कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा को बताया राजनीति का ‘नया मोड़’, राहुल ने पेरंबदूर में पिता को दी श्रद्धांजलि
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'सात सितंबर 2022 एक ऐसा दिन जब देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी अब तक की सबसे लंबी पदयात्रा शुरू करेगी.
कन्याकुमारी : तमिलनाडु की कन्याकुमारी से आज से शुरू हो रही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को कांग्रेस ने भारतीय राजनीति का ‘टर्निंग प्वाइंट’ (निर्णायक मोड़) बताया है. उसने कहा है कि भारत जोड़ो यात्रा भारतीय राजनीति में एक नई शुरुआत का प्रतीक है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने से पहले श्रीपेरंबदूर में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के स्मारक पर बुधवार की सुबह श्रद्धांजलि अर्पित की और एक प्रार्थना सभा में शामिल हुए. बता दें कि तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में तीन दशक पहले एक चुनावी रैली के दौरान आत्मघाती हमला करके राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी.
नई शुरुआत का प्रतीक
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने अपने एक ट्वीट में कहा, ‘सात सितंबर 2022 एक ऐसा दिन जब देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी अब तक की सबसे लंबी पदयात्रा शुरू करेगी. आज का दिन एक शांत चिंतन और नए सिरे से संकल्प का दिन है.’ उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति में यह एक टर्निंग प्वाइंट है. यह एक नई शुरुआत का प्रतीक है.
एमके स्टालिन राहुल गांधी को सौंपेंगे तिरंगा
कांग्रेस की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार, राहुल गांधी आज बुधवारकी शाम को कन्याकुमारी के समुद्री तट पर एक जनसभा को संबोधित करने के बाद भारत जोड़ो यात्रा की औपचारिक शुरुआत करेंगे. हालांकि, राहुल गांधी और 118 अन्य ‘भारत यात्री’ आठ सितंबर की सुबह विधिवत पदयात्रा आरंभ करेंगे. राहुल जनसभा से पहले यहां के ‘गांधी मंडपम’ में एक प्रार्थना सभा में शामिल होंगे. फिर वह एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे जहां तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन उन्हें राष्ट्र ध्वज तिरंगा सौंपेंगे. राहुल विवेकानंद रॉक मेमोरियल, तिरुवल्लुवर स्टैच्यू और कामराज मेमोरियल भी जाएंगे.
कन्याकुमारी में भारत जोड़ो यात्रा की भव्य तैयारियां
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु के समुद्र तटीय शहर कन्याकुमारी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारत जोड़ो यात्रा की भव्य तैयारियां की हैं. शहर भर में कई स्थानों में पोस्टर लगे हैं, जिनमें तमिल भाषा में ‘राहुल गांधी आपका स्वागत है’ और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ लिखा है. ‘महात्मा गांधी मंडपम’ तक झंडे और रंग-बिरंगे कागजों से सजावट की गई है, जहां तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी को खादी से बना तिरंगा देंगे. राहुल गांधी इस ध्वज को सेवा दल के कार्यकर्ताओं को सौंपेंगे, जो कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3,570 किलोमीटर लंबी यात्रा का प्रबंधन कर रहे हैं.
क्या है भारत जोड़ो यात्रा का मकसद
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और जयराम रमेश ने पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं यात्रा संगठन समिति के प्रभारी दिग्विजय सिंह के साथ ‘महात्मा गांधी मंडपम’ के पास तैयारियों का जायजा लिया. जयराम रमेश ने मीडिया से कहा कि देशभर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है. जो राज्य इस यात्रा मार्ग में नहीं आते, वहां कांग्रेस 50 या 100 किलोमीटर की छोटी यात्राओं का आयोजन करेगी. इस यात्रा का मकसद भारत को एकजुट करना है, जो आर्थिक असमानताओं, सामाजिक ध्रुवीकरण से टूट रहा है.
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केवल भाषण और घोषणा वाली नहीं है यात्रा : जयराम रमेश
भाजपा नीत केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए जयराम रमेश ने कहा कि यह भाषणों और घोषणाओं से भरी यात्रा नहीं होगी. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी 118 कांग्रेसियों के साथ नागरिक संगठनों और मछुआरा संघों सहित विभिन्न समूहों के साथ बातचीत करेंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी भारत जोड़ो यात्रा को सफल बनाने पर पूरा ध्यान दे रही है और इसके लिए पूरी तरह तैयार है, क्योंकि यह लोगों को जोड़ने का सबसे बड़ा कार्यक्रम है. उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की सबसे लंबी यात्रा है. यह भारतीय राजनीतिक के इतिहास में एक निर्णायक मोड़ है.