Congress: कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच हरियाणा विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ने को लेकर बातचीत अंतिम दौर है. संभावना है कि देर शाम तक दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे का औपचारिक ऐलान भी हो जाए. इस गठबंधन के बीच आम आदमी पार्टी के नेता राजेंद्र पाल गौतम शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गया. संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में पाल ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता हासिल की. दिल्ली सरकार में मंत्री रहे दलित नेता राजेंद्र पाल गौतम के हिंदुओं को लेकर दिए विवादित बयान के कारण मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था और इसके बाद से ही वे पार्टी से नाराज चल रहे थे. गौतम का इस्तीफा आप के लिए बड़ा झटका माना जा सकता है. सीमापुरी क्षेत्र के विधायक का दलितों के बीच अच्छा-खास प्रभाव है. कांग्रेस में शामिल होने से दलित वर्ग का झुकाव कांग्रेस की ओर हो सकता है. इससे आम आदमी पार्टी को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में नुकसान हो सकता है.कांग्रेस में शामिल होने के बाद पाल ने कहा कि सामाजिक न्याय, जाति जनगणना और जनसंख्या के अनुसार प्रतिनिधित्व की बात राहुल गांधी कर रहे हैं. वे संविधान बचाने और जाति जनगणना की मांग को जोर-शोर से उठा रहे हैं. फुले, आंबेडकर, पेरियार और कांशीराम की लड़ाई लड़ते हुए कई साल हो गये. लेकिन आम आदमी पार्टी दलितों के मुद्दे पर काम करने को तैयार नहीं है. ऐसे में कांग्रेस के साथ मिलकर इस लड़ाई को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी.
दलित और मुस्लिम वोट बैंक को हासिल करने की कोशिश में कांग्रेस
शीला दीक्षित के नेतृत्व में कांग्रेस ने दिल्ली की सत्ता पर लगातार 15 साल काबिज रही. दिल्ली में दलितों और मुस्लिमों के बीच कांग्रेस का मजबूत आधार रहा. लेकिन केजरीवाल के उभार के बार कांग्रेस से यह वोट बैंक छिटक गया और आप दिल्ली की सत्ता पर काबिज हो गयी. वर्ष 2013 के बाद से आप इस वोट बैंक के आधार पर अजेय बनी हुई है. लेकिन अब कांग्रेस दलितों और मुस्लिमों को साधने की कवायद में जुटी हुई है. इस कड़ी में राजेंद्र पाल गौतम के तौर पर पार्टी को बड़ा दलित नेता मिला है. कांग्रेस और आप दोनों इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं. लेकिन आप नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने से आने वाले समय में गठबंधन पर असर पड़ सकता है. कुछ दिन पहले भी आप के कई नेता कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. इससे पहले दलित नेता राजकुमार आनंद भाजपा में शामिल हो चुके हैं