पुलिसिया कार्रवाई से नाराज अधीर रंजन चौधरी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, कहा- विपक्ष के लिए कोई जगह नहीं
अधीर रंजन ने कहा कि, लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का पूरा अधिकार है. लेकिन मौजूदा सरकार विपक्ष की आवाज दवा रही है. देश में विपक्ष को दरकिनार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय में घुसकर जैसा व्यवहार कांग्रेस कार्यकर्ताओं से किया वो निश्चित ही चिंताजनक है.
Adhir Ranjan Chowdhury: देश में विपक्ष की कोई जगह नहीं है. यह कहना है कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का. दरअसल, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखकर देश में विपक्ष को उचित जगह देने की अपील की है. अपने पत्र में उन्होंने केन्द्रीय एजेंसी पर सवालिया निशान खड़ा किया है. अधीर रंजन ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि सरकारी एजेंसियां जबरन कांग्रेस पार्टी कार्यालय में घुसकर कार्यकर्ताओं के साथ गलत व्यवहार किया.
अधीर रंजन चौधरी ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि, पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ हिंसा और मारपीट की. उन्होंने कहा कि, कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता शांतिपूर्ण विरोध जता रहे थे, लेकिन पुलिस ने उनके साथ बर्बरता की. कांग्रेस मुख्यालय में घुसकर पुलिस ने मारपीट की. अधीर रंजन ने कहा कि महिला सांसद के साथ भी पुलिस ने बदसलूकी की. नेताओं और कार्यकर्ताओं को थाने में रखा गया. उन्हें पीने का पानी तक नहीं दिया गया. दवाइयां तक खाने नहीं उन्होंने कहा कि यह घटना शर्मनाक हैं.
विपक्ष को मिले हक
पीएम मोदी को लिखे पत्र में अधीर रंजन ने कहा कि, लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का पूरा अधिकार है. लेकिन मौजूदा सरकार विपक्ष की आवाज को दवा रही है. देश में विपक्ष को दरकिनार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय में घुसकर जिस तरह का व्यवहार कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से किया वो निश्चित ही चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि ये लोकतंत्र की खिल्ली उड़ाने जैसा है.
उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष से की शिकायत
इससे पहले, कांग्रेस ने राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के दौरान विरोध जताने वाले पार्टी के सांसदों के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा कथित तौर पर किए गए ‘र्दुव्यवहार’ को लेकर बीते दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से शिकायत की थी. कांग्रेस ने राज्यसभा के सभापति नायडू से आग्रह किया कि वे इस मामले का संज्ञान लेकर उचित कदम उठाएं, क्योंकि सदस्यों के विशेषाधिकार का हनन हुआ है.
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी की अगुवाई में पार्टी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बिरला से मुलाकात की और उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने उपराष्ट्रपति नायडू से मुलाकात कर अपनी बात रखी.
बदले की राजनीति नहीं होनी चाहिए
ओम बिरला से मुलाकात के बाद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमारे ऊपर अत्याचार हुआ है. उन्होंने कहा कि, पुलिसकर्मियों ने हमारे सांसदों पर हमला किया. कई सांसदों को चोट आई. थानों में भी पुलिस ने ऐसा बर्ताव किया जैसे कि हम सांसद और कांग्रेस कार्यकर्ता आतंकवादी बन चुके हैं.” उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से पूछताछ करने से कांग्रेस को दिक्कत नहीं है, लेकिन बदले की राजनीति नहीं होनी चाहिए.
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