Congress: कांग्रेस के नए अध्यक्ष का चुनाव 21 सितंबर तक होना है. इससे पहले पार्टी को बड़ा झटका देते हुए कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने बुधवार को कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से इस्तीफा दे दिया है. जयवीर शेरगिल ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना त्याग पत्र भेज दिया है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले वकील शेरगिल उस समय चर्चा में आए थे, जब उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए 24×7 कानूनी टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर लॉन्च किया था.
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से इस्तीफा देने के बाद जयवीर शेरगिल कहा कि आज मैंने इस्तीफा दो कारणों से दिया है. आज कांग्रेस पार्टी के निर्णय जनहित में नहीं कुछ लोगों के हित में निर्णय लिए जा रहे हैं. वास्तविकता से मुंह मोड़ा जा रहा है, जनता के मुद्दों से मुंह मोड़ा जा रहा है. शेरगिल ने कहा कि कांग्रेस के जो निर्णय लिए जाते हैं उसमें आपकी काबिलियत, जनता की आवाज, युवाओं की अपेक्षाओं को नजरअंदाज करके सिर्फ कुछ लोग जो चुनाव भी हार चुके हैं, केवल उनकी ताजपोशी हो रही है.
"It pains me to say that decision-making is no longer for interests of public & country,rather it's influenced by the self-serving interests of individuals indulging in sycophancy & consistently ignoring on-ground reality", wrote Shergill in his resignation letter to Sonia Gandhi pic.twitter.com/EHRODA5PoR
— ANI (@ANI) August 24, 2022
बता दें कि हाल ही में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश चुनाव के लिए गठित संचालन समिति से इस्तीफा दिया था. आनंद शर्मा को हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े नेताओं में माना जाता है. उन्होंने अपने पत्र में कांग्रेस अध्यक्ष को बताया है कि उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंची है, क्योंकि उन्हें पार्टी की किसी भी बैठक में नहीं बुलाया गया.
आनंद शर्मा से पहले गुलाम नबी आजाद भी कांग्रेस को जम्मू कश्मीर में झटका दे चुके हैं. पार्टी आलाकमान ने गुलाम नबी आजाद को जम्मू कश्मीर में चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया था. लेकिन, इस समिति के ऐलान के कुछ घंटे बाद ही गुलाम नबी आजाद ने जिम्मेदारी संभालने से मना कर दिया. आजाद के इस फैसले से जम्मू कश्मीर में कांग्रेस की सत्ता में वापसी की संभावनाओं को बड़ा झटका लगा है. वहीं, कुछ दिन पहले कांग्रेस को गुजरात में भी बड़ा झटका लगा था. गुजरात विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे नरेश रावल और गुजरात से राज्यसभा सदस्य रहे राजू परमार कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए इसे पहले लगभग एक साल की रस्साकशी के बाद युवा नेता हार्दिक पटेल ने भी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था.
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