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नॉमिनेशन के बाद कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने कहा, हम जाति के आधार पर नहीं मांग रहे वोट

कर्नाटक में प्रतिपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने पिछले सात अप्रैल को कहा था कि राज्य में आगामी विधानसभा के लिए वे आखिरी बार चुनाव लड़ रहे हैं. इसके बाद वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे.

By KumarVishwat Sen | April 19, 2023 5:51 PM

मैसूरु : कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए वरुणा सीट से बुधवार को नामांकन दाखिल करने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि हमारी पार्टी धर्मनिरपेक्ष है और हम जाति के आधार पर किसी से वोट नहीं मांग रहे हैं. सिद्धरमैया ने कहा कि हम लिंगायत, वोक्कालिगा समेत अन्य सभी समुदायों से वोट की उम्मीद करते हैं. उन्होंने यह टिप्पणी तब की है, जब कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को कांग्रेस पर लिंगायतों और वीरशैवों के लिए ‘बांटों और राज करो’ की नीति अपनाने का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री पद के दावेदार को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि यह पार्टी तय करेगी.

इन नेताओं ने भी पर्चा दाखिल किए

बताते चलें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के अन्य प्रमुख नेताओं में हुबली-धारवाड़ सेंट्रल विधानसभा सीट से जगदीश शेट्टार, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने रामनगर जिले के कनकपुरा सीट से नामांकन दाखिल कर दिया है. भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शिगगांव, और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र ने शिकारीपुरा और भास्कर राव ने चामराजपेट सीट से नामांकन दाखिल किया. चुनाव आयोग की ओर से कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 20 अप्रैल निर्धारित की गई है.

आखिरी बार चुनाव लड़ रहे सिद्धरमैया

इससे पहले, कर्नाटक में प्रतिपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने पिछले सात अप्रैल को कहा था कि राज्य में आगामी विधानसभा के लिए वे आखिरी बार चुनाव लड़ रहे हैं. इसके बाद वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे. समाचार एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, सिद्धरमैया ने कहा कि मैं वरुणा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहा हूं. इसका कारण यह है कि इसी विधानसभा क्षेत्र में मेरा पैतृक गांव भी शामिल है. उन्होंने कहा कि यह मेरा आखिरी चुनाव होगा और इसके बाद मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा.

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दिल्ली पार्टी का कोई पद नहीं करेंगे स्वीकार : सिद्धरमैया

इसके साथ ही, सिद्धरमैया ने यह भी कहा कि चुनावी राजनीति से संन्यास लेने के बाद भी वे सक्रिय सियासत करते रहेंगे, लेकिन चुनाव के बाद वे दिल्ली में किसी प्रकार के पद को स्वीकार नहीं करेंगे. कर्नाटक में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की ओर से नामांकन पत्र दाखिल किए जाने के बाद सियासी सरगर्मियां पहले के मुकाबले तेज हो गई है. कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होगा और 13 मई को मतों की गिनती की जाएगी.

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