नई दिल्ली : राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अभी से ही जमीन तैयार करना शुरू कर दिया है. इसके साथ ही, देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की कमान एक बार फिर राहुल गांधी के हाथ में सौंपने की तैयारी भी की जा रही है. मीडिया की रिपोर्ट और पार्टी के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी को कांग्रेस का दोबारा अध्यक्ष बनाने के लिए पार्टी के दिग्गज नेता मैदान साफ करने में काफी पहले से ही जुटे हुए हैं. संभावना यह भी जाहिर की जा रही है कि शुक्रवार 13 से 15 मई तक राजस्थान के उदयपुर में आयोजित होने वाले कांग्रेस के चिंतन शिविर में राहुल गांधी के दोबारा पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा की जा सकती है.
कांग्रेस को एक मजबूत नेतृत्व की जरूरत
पार्टी के सूत्रों की मानें, तो कांग्रेस को इस समय एक मजबूत नेतृत्व की जरूरत है. हालांकि, पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर सोनिया गांधी संगठन के कामकाज को संभाल रही हैं, लेकिन वह पार्टी के अंतर्कलह को दूर करने में ठोस और कारगर कदम नहीं उठा पा रही हैं. सूत्र यह भी बताते हैं कि कांग्रेस के पुराने नेताओं की ओर से पार्टी में व्यापक सुधार करने की मांग की जा रही है. इसके साथ ही, पार्टी को स्थानीय स्तर या बूथ लेवल तक मजबूत करने के लिए गांव-देहात के शिथिल पड़े कार्यकर्ताओं को मुख्य धारा में जोड़ते हुए अहम जिम्मेदारी देने की भी बात की जा रही है.
चिंतन शिविर के आयोजन का उद्देश्य क्या है
पार्टी के सूत्र यह भी बताते हैं कांग्रेस के सामने मौजूद अप्रत्याशित संकट से निपटने, संगठन में बूथ लेवल से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक व्यापक सुधार करने और ध्रुवीकरण की राजनीति से निबटने के लिए राजस्थान के उदयपुर में नवसंकल्प चिंतन शिविर का आयोजन किया जा रहा है. पार्टी के सूत्रों का कहना है कि इस चिंतन शिविर में कांग्रेस की ओर से आगे के कदमों की घोषणा (एक्शनेबल डिक्लियरेशन) के लिए नवसंकल्प दस्तावेज जारी किया जाएगा. इसमें इस बात का जिक्र किया जाएगा कि राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए किस प्रकार के कदमों को उठाने की जरूरत है.
चिंतन शिविर में कांग्रेस के नए अध्यक्ष पर होगी चर्चा
सूत्रों ने यह भी बताया कि उदयपुर के इस चिंतन शिविर में कांग्रेस अध्यक्ष के स्तर पर बदलाव को लेकर भी चर्चा की जा सकती है. सूत्र बताते हैं कि इसके चुनाव की घोषणा पहले ही की जा चुकी है. इसके साथ ही इस चिंतन शिविर में राजनीति, सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण, अर्थव्यवस्था, संगठन, किसान एवं कृषि तथा युवाओं से जुड़े विषयों पर छह अलग-अलग समूहों में 430 नेता चर्चा करेंगे, यानी हर समूह में करीब 70 नेता शामिल होंगे.
Also Read: कांग्रेस नेताओं को राहुल गांधी की सख्त हिदायत, शिकायत लेकर मीडिया में गए तो नहीं करेंगे बर्दाश्त
लोकसभा चुनाव के लिए खुद को तैयार करेगी कांग्रेस
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि तीन दिनों के चिंतन शिविर में मंथन की पूरी कवायद का मकसद पार्टी को अगले लोकसभा चुनाव के लिए तैयार करना है. सूत्रों ने मीडिया के एक हिस्से में आई उन खबरों को भी खारिज किया है, जिनमें कहा गया था कि कांग्रेस इस चिंतन शिविर में ‘एक परिवार, एक टिकट’ मुद्दे पर चर्चा कर इस संबंध में कोई निर्णय ले सकती है. सूत्र ने कहा कि पिछले दिनों कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सोनिया गांधी के सामने पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक ने लोगों की ओर से आए कई सुझावों का उल्लेख किया, जिनमें यह बात शामिल थी, लेकिन इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है.