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Explainer: कांग्रेस में गांधी परिवार के रिमोट कंट्रोल से चलेगी पार्टी या..? आलाकमान के कदम से उठ रहे सवाल

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सभी प्रदेश इकाइयों को प्रदेश प्रभारी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सदस्यों को नामांकन करने का प्रस्ताव पारित करने का निर्देश दिया है.

नई दिल्ली : अक्टूबर में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होना है. राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं. प्रियंका गांधी नेपथ्य में हैं और इन दोनों भाई-बहनों की मां सोनिया गांधी ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारियों के लिए एक नया दिशा-निर्देश जारी किया है. उन्होंने हाल-फिलहाल में अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए प्रदेश प्रभारियों के लिए जो दिशा-निर्देश जारी किया है, उससे तो यही लगता है कि इस बार के भी कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर बैठने वाला कोई भी कांग्रेसी पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की तरह गांधी परिवार के रिमोट कंट्रोल से ही चलने वाला ही होगा.

सोनिया गांधी के निर्देश पर उठ रहे सवाल

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सभी प्रदेश इकाइयों को प्रदेश प्रभारी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सदस्यों को नामांकन करने का प्रस्ताव पारित करने का निर्देश दिया है. उनके इस निर्देश के बाद पार्टी के अंदर ही सवाल यह उठने लगे हैं कि क्या अक्टूबर के दौरान कांग्रेस में होने वाले आंतरिक चुनाव में कांग्रेस में क्या गांधी परिवार के रिमोट से चलने वाला अध्यक्ष चुना जाएगा?

सोनिया गांधी नहीं लड़ेंगी चुनाव

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, सोनिया गांधी चुनाव नहीं लड़ेंगी, लेकिन जिस चीज ने पार्टी को मुश्किल में डाल दिया है, वह उनके बेटे राहुल गांधी के चुनाव नहीं लड़ने का फैसला है. परिवार किसी गैर-गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने के पक्ष में है, जिसका मतलब है कि सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा, जो वर्तमान में महासचिव हैं, एक विकल्प नहीं हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसे वफादारों को संभावित गैर-गांधी विकल्पों के रूप में देखा जा रहा है.

17 अक्टूबर को होगी वोटिंग

कांग्रेस के अंदरुनी सूत्रों का कहना है कि राज्य के प्रतिनिधियों को मौजूदा अध्यक्ष सोनिया गांधी को अगले कांग्रेस अध्यक्ष के नाम की अनुमति देने का प्रस्ताव पारित करने से कोई नहीं रोकता है. हालांकि, यह कांग्रेस केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के लिए बाध्यकारी नहीं होगा. चुनाव प्रक्रिया से जुड़े एक नेता ने कहा कि हम प्रस्ताव पारित करने की इस प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटियों से इस महीने की 20 तारीख से पहले प्रस्ताव पारित करने का अनुरोध किया गया है. चुनाव अधिसूचना की प्रक्रिया 22 सितंबर से शुरू हो रही है और मतदान 17 अक्टूबर को है.

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सोनिया गांधी 18 साल से हैं पूर्णकालिक पद पर

सोनिया गांधी पिछले तीन साल से अंतरिम अध्यक्ष हैं. वह लगातार 18 सालों तक पूर्णकालिक पद पर रहीं. इसके बाद उनके बेटे राहुल गांधी 2017 में निर्विरोध निर्वाचित हुए. लेकिन उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद पद छोड़ दिया, और वह एक अंतरिम सेटअप के लिए लौट आईं. तब से चुनाव होना है. पार्टी ने आखिरी बार 2000 में चुनाव देखा था, जब उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ नेता जितेंद्र प्रसाद ने सोनिया गांधी को चुनौती दी थी. उन्होंने लगभग 99 प्रतिशत प्रतिनिधि वोट हासिल करके जीत हासिल की. उसके बाद वह कई वर्षों तक कांग्रेस के साथ रहे, जैसा कि उनके बेटे जितिन प्रसाद ने किया, जो अब भाजपा के साथ हैं.

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