नई दिल्ली : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का कांग्रेस में शामिल होने की आधिकारिक घोषणा से पहले ही पार्टी के कार्यकलापों पर इसका असर दिखाई देने लगा है. खबर ये है कि पिछले तीन दिनों के दौरान प्रशांत किशोर की कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ दो बार मुलाकात हो चुकी है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सोमवार की देर शाम भी चुनावी रणनीति बनाने के लिए प्रशांत किशोर की मौजूदगी में सोनिया गांधी के घर पर बैठक आयोजित की गई, लेकिन इस बैठक से पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी दूर रहे.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सोनिया गांधी के घर पर प्रशांत किशोर की मौजूदगी में सोमवार की शाम को हुई बैठक में प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, अंबिका सोनी, जयराम रमेश, पी. चिदंबरम और रणदीप सुरजेवाला आदि शामिल थे. पार्टी के आधिकारिक सूत्रों के हवाले से मीडिया में आ रही खबरों में इस बात का जिक्र किया जा रहा है कि सोमवार की शाम को सोनिया गांधी के साथ हुई बैठक में इस साल गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर रणनीति तैयार की गई है.
बताते चलें कि आगामी डेढ़ साल के दौरान भारत के 6 बड़े राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. इस साल के दिसंबर तक हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे. इन दोनों राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर देश और राज्यस्तर की तमाम छोटी-बड़ी पार्टियों की सरगर्मियां तेज हो गई है. इन दो राज्यों के बाद 2023 में राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में हैं. ऐसे में कांग्रेस के सामने चार अन्य राज्य गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में अपनी स्थिति मजबूत करने की सबसे बड़ी चुनौती है.
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विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस में मंथन जारी है. इस बीच सबसे बड़ा सवाल यह भी पैदा हो रहा है कि कांग्रेस आलाकमान अगर प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल करती है, उन्हें जिम्मेदारी क्या दी जाएगी. अटकलें इस बात की भी लगाई जा रही हैं कि उन्हें पार्टी का सलाहकार बनाया जाएगा या फिर कोई पद देकर नवाजा जाएगा, यह अभी तय नहीं हुआ है.