Congress: दिल्ली में जनाधार बढ़ाने के लिए न्याय यात्रा करेगी कांग्रेस

कांग्रेस दिल्ली में अपने खोए जनाधार को दोबारा हासिल करने के लिए 23 अक्टूबर से न्याय यात्रा शुरू करेगी. यह यात्रा चार चरणों में होगी. पहला चरण 23 से 28 अक्टूबर, दूसरा चरण 4 नवंबर से 10 नवंबर, तीसरा चरण 12 नवंबर से 18 नवंबर और चौथा चरण 20 नवंबर से 28 नवंबर तक चलेगा.

By Vinay Tiwari | October 7, 2024 4:04 PM

Congress: हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव का परिणाम मंगलवार को घोषित होगा. अधिकांश एग्जिट पोल में हरियाणा में कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर में सहयोगी दलों के साथ सरकार बनाने का अनुमान लगाया गया है. चुनाव नतीजे जो भी हों, लेकिन कांग्रेस ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस दिल्ली में अपने खोए जनाधार को दोबारा हासिल करने के लिए 23 अक्टूबर से न्याय यात्रा शुरू करेगी. यह यात्रा चार चरणों में होगी. पहला चरण 23 से 28 अक्टूबर, दूसरा चरण 4 नवंबर से 10 नवंबर, तीसरा चरण 12 नवंबर से 18 नवंबर और चौथा चरण 20 नवंबर से 28 नवंबर तक चलेगा.

 इस यात्रा में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के अलावा अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव है. फरवरी 2025 में विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने वाला है. दिल्ली में पिछले दो बार से भारी बहुमत से साथ आम आदमी पार्टी चुनाव जीतने में सफल रही है. एक बार फिर आम आदमी पार्टी चुनाव जीतने का दावा कर रही है. लेकिन अरविंद केजरीवाल और अन्य आप नेताओं पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप के कारण पार्टी की छवि को नुकसान हुआ है. ऐसे में कांग्रेस को उम्मीद है कि वह अपने पुराने वोटबैंक को हासिल कर सकती है. इसलिए न्याय यात्रा निकालने का फैसला लिया गया है. 

दिल्ली और केंद्र सरकार की नाकामियों को बनाएगी मुद्दा

न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के 15 साल के शासनकाल में दिल्ली के विकास के लिए किए गए काम से लोगों को अवगत करायेगी. इसके साथ ही दिल्ली की आम आदमी सरकार और भाजपा की केंद्र सरकार की नाकामियों को प्रमुखता से उजागर करेगी. दिल्ली के लोगों को बताया जाएगा कि उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार के बीच विवाद से कैसे दिल्ली को नुकसान उठाना पड़ रहा है.

आप सरकार के भ्रष्टाचार, दिल्ली में ठप हुए विकास काम और झूठे वादों को प्रमुखता सामने रखेगी. इसके अलावा भाजपा सांसदों का रिपोर्ट कार्ड भी जनता के सामने रखेगी. कांग्रेस के रवैये से साफ है कि दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में आप से गठबंधन नहीं होगा. गौरतलब है कि कांग्रेस और आप ने लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ा था, लेकिन गठबंधन को कोई सफलता नहीं मिल पायी थी. हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी दोनों दलों की ओर से गठबंधन की कोशिश हुई, लेकिन बात नहीं बन पायी. मौजूदा समय में आप इंडिया गठबंधन का हिस्सा है. 

Next Article

Exit mobile version