नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का आज पार्टी अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल पूरा हो जाएगा. कांग्रेस पार्टी के अनुसार जल्द ही सीडब्ल्यूसी की बैठक बुला कर अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराया जाएगा. वहीं सोनिया गांधी सबसे लंबे समय तक पार्टी अध्यक्ष के रूप में पद पर रह चुकी हैं. सोनिया गांधी पहली बार जब अध्यक्ष बनी तो, पार्टी के पास तीन राज्यों में सरकार थी, लेकिन वर्तमान में तमाम उठा-पटक के बावजूद 4 राज्यों में कांग्रेस की सरकार है.
1998 में बनी अध्यक्ष- 73 वर्षीय सोनिया गांधी पहली बार 1998 में कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष बनी. सोनिया के अध्यक्ष बनने के साथ ही पार्टी में बड़ी टूट हुई. शरद पवार, पीए संगमा और तारिक अनवर ने कांग्रेस छोड़कर एनसीपी बना ली. सोनिया के सामने उस समय सबसे बड़ी चुनौती पार्टी में तोड़फोड़ रोकना था. बता दें कि उस वक्त पार्टी के पास सिर्फ 145 सांसद थे.
2004 में गठबंधन की सरकार- सोनिया गांधी की राजनीतिक कौशलता की वजह से 5 साल के भीतर ही कांग्रेस सत्ता में आ गई. कांग्रेस पार्टी और गठबंधन ने ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सरकार बनाई. गठबंधन की सरकार में सोनिया पीएम के बजाय खुद को संगठन में ही रोके रखा और 5 साल तक बखूबी सरकार का संचालन किया.
दोबारा सत्ता में वापसी– कांग्रेस पार्टी लगातार अर्श की ओर बढ़ रही थी. पार्टी कई राज्यों में चुनाव जीत चुकी थी. राज्यसभा में भी पार्टी के पास बड़ी संख्या में सांसद बन चुके थे. इसी बीच 2009 में लोक सभा का चुनाव हुआ. कांग्रेस इस बार फिर से सत्ता में वापसी किया. वो भी पिछले साल से बेहतर सीटों की मार्जिन से.
और सत्ता रेत की तरह फिसल गई- 2014 में कांग्रेस को सबसे करारा झटका 2014 में लगा. जब सोनिया गांधी के नेतृत्व में पार्टी सत्ता से बेदखल हो गई. कांग्रेस के की हार इतनी भारी थी कि पार्टी को विपक्ष में बैठने के लिए भी सीटें नहीं मिली. इसके बाद कांग्रेस की हार से राज्यों की सत्ता भी जाती रही. वर्तमान में पार्टी के पास 4 राज्यों में सरकार है.
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Posted By : Avinish Kumar Mishra