Congress President Election: खड़गे चाहते थे आम सहमति, थरूर ने चुनाव लड़ने पर दिया जोर, जानें पूरा मामला
शशि थरूर ने सार्वजनिक बहस की पेशकश की थी. उन्होंने कहा था कि एक बहस के लिए तैयार है. इससे लोगों के भीतर कांग्रेस के प्रति रुचि भी जागेगी. जिसके जवाब में खड़गे ने कहा कि मैं इसमें नहीं पड़ना चाहता, मैं केवल काम करना जानता हूं, मुझे ऐसा करने का मौका दें.
Congress President Election: कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के लिए मैदान में दो उम्मीदवार है. कई राजनीतिक उठापटक के बाद अब मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच चुनाव होना लगभग तय है. अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने खड़गे से एक सार्वजनिक बहस की मांग की है. वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह समय एक दूसरे से लड़ने का नहीं है बल्कि आरएसएस और बीजेपी से मिलकर लड़ने का है. साथ ही उन्होंने कहा कि थरूर आम असहमति नहीं, चुनाव चाहते है.
मैं इसमें नहीं पड़ना चाहता, केवल काम करना जानता- खड़गे
बता दें शशि थरूर ने सार्वजनिक बहस की पेशकश की थी. उन्होंने कहा था कि एक बहस के लिए तैयार है. इससे लोगों के भीतर कांग्रेस के प्रति रुचि भी जागेगी. जिसके जवाब में खड़गे ने कहा कि मैं इसमें नहीं पड़ना चाहता, मैं केवल काम करना जानता हूं, मुझे ऐसा करने का मौका दें. गांधी जयंती पर मीडिया को संबोधित करते हुए जब उनसे थरूर के आमंत्रण के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम एक ही घर के हैं और हमें एक दूसरे के खिलाफ नहीं, बल्कि एक साथ लड़ना है.
खड़गे का बीजेपी पर हमला, पुछे सवाल
खड़गे ने यह भी कहा कि देश बेरोजगारी, सांप्रदायिक कलह, कमजोर वर्गों पर अत्याचार, महंगाई जैसी गंभीर समस्याओं का सामना कर रहा है और यह कांग्रेस के हर सदस्य की प्राथमिकता होनी चाहिए. अगर हमें बहस करनी है तो हमें आरएसएस-भाजपा के खिलाफ संयुक्त रूप से बहस करनी चाहिए. एक-दूसरे से बहस करने से न तो देश को फायदा होगा और न ही पार्टी को. साथ ही खड़गे ने बीजेपी पर भी हमला करते हुए गवर्निंग पार्टी से यह बताने के लिए कहा कि जेपी नड्डा कैसे बीजेपी अध्यक्ष चुने गए और मतदाता कौन थे.
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आम सहमति पर नहीं माने थरूर
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि जब थरूर ने उनके नामांकन पर बधाई देने के लिए बुलाया, तो उन्होंने प्रस्ताव दिया कि अध्यक्ष पद के लिए आम सहमति बेहतर होगी लेकिन थरूर ने कहा कि लोकतंत्र में मुकाबला अच्छा होता है, इसलिए मैंने कहा ठीक है. यह पूछे जाने पर कि क्या वह थरूर से अपना नामांकन वापस लेने का आग्रह करेंगे, खड़गे ने कहा कि यह थरूर पर निर्भर है और वह किसी को मजबूर नहीं करेंगे. खड़गे ने कहा कि उन्होंने आंतरिक चुनाव के लिए पर्चा दाखिल किया क्योंकि पार्टी के सभी सदस्यों ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कहा था.