Congress Protest: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ कांग्रेसी नेताओं के काले कपड़े के प्रदर्शन पर सवाल उठाया है. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि काले कपड़ों में कांग्रेस नेताओं का विरोध 2020 में आज के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राम मंदिर के शिलान्यास के खिलाफ एक संदेश है. बता दें कि कांग्रेस की ओर से आज आयोजित किए गए विरोध-प्रदर्शन के दौरान पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांध काले रंग की हाफ शर्ट पहने हुए थे, वहीं महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने काले रंग की सलवार-कमीज और दुपट्टा पहन रखा था.
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने आज के दिन काले कपड़े पहनकर विरोध प्रदर्शन किया, जबकि आज ही के दिन पीएम मोदी ने राम जन्मभूमि का शिलान्यास किया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज प्रदर्शन कर संदेश देना चाहते हैं कि वो राम जन्मभूमि के शिलान्यास का विरोध करते हैं और तुष्टीकरण की नीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं. अमित शाह ने कहा कि एक जिम्मेदार पार्टी होने के नाते कांग्रेस को कानून का सहयोग देना चाहिए. वो रोज प्रदर्शन करते हैं. मेरा मानना है कि कांग्रेस ने आज के विरोध प्रदर्शन से तुष्टीकरण की राजनीति को बढ़ाया है. अमित शाह ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज किसी को तलब नहीं किया, लेकिन फिर भी उन्होंने प्रदर्शन किया.
बता दें कि महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ कांग्रेस के प्रदर्शन में शामिल नेताओं ने न सिर्फ नारेबाजी, मार्च, धरने और बैनर के माध्यम से विरोध जताया. बल्,कि काले कपड़े पहनकर भी अपना प्रतिरोध व्यक्त किया. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने काले रंग का कुर्ता और इसी रंग का साफा भी बांध रखा था. लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी काले रंग की पैंट और शर्ट पहने हुए थे. वहीं, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम और दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने काले रंग की शर्ट के साथ ही काले रंग की टोपी भी पहन रखी थी. पार्टी महासचिव जयराम रमेश समेत कुछ नेताओं ने सफेद रंग के कपड़े पहने थे, हालांकि उन्होंने बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया.