MP by-election 2020: विवेक तन्खा ने एमपी उपचुनाव में क्यों छेड़ी ट्रंप और बाइडेन की बात? जानें कमलनाथ कनेक्शन
कांग्रेस के राज्यसभा सासंद विवेक तन्खा ने टिप्पणी की. शनिवार को विवेक तन्खा निर्वाचन आयोग के फैसले को अनुचित बताया. तन्खा ने मामले में कमलनाथ का पक्ष लिया.
इंदौर: मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. चुनावी अभियान में कांग्रेस पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को स्टार प्रचारक बनाया था. निर्वाचन आयोग ने कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दर्जा समाप्त कर दिया. कमलनाथ पर विपक्षी पार्टी की नेता इमरती देवी पर अनुचित टिप्पणी करने का आरोप है.
अब इस मामले में कांग्रेस के राज्यसभा सासंद विवेक तन्खा ने टिप्पणी की. शनिवार को विवेक तन्खा निर्वाचन आयोग के फैसले को अनुचित बताया. तन्खा ने मामले में कमलनाथ का पक्ष लिया.
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मध्य प्रदेश उपचुनाव में ट्रंप-बाइडेन की चर्चा
तन्खा ने इस मामले में अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन चुनाव प्रचार में एक दूसरे पर जम कर तंज कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि चुनावों में सियासी नेताओं को उनके विरोधियों की कटाक्षपूर्ण आलोचना से रोका नहीं जा सकता.
कमलनाथ मामले में सुप्रीम कोर्ट जाएंगे तन्खा
तन्खा, कमलनाथ से संबंधित ताजा आदेश के खिलाफ शीर्ष न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की घोषणा पहले ही कर चुके हैं. उन्होंने इस मामले से जुड़े सवालों पर यहां संवाददाताओं से कहा कि अगर आप सियासी दलों के चुनाव अभियान को इस तरह रोकेंगे और नेताओं को एक-दूसरे की आलोचना भी नहीं करने देंगे, तो ये उचित नहीं है. तन्खा ने कहा कि चुनाव प्रचार में कुछ कटाक्ष तो होंगे ही.
तन्खा ने कटाक्ष को कहा चुनावी उत्सव का हिस्सा
विवेक तन्खा ने कहा कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के प्रचार के दौरान ट्रंप कटाक्ष नहीं कर रहे हैं. क्या बाइडेन कटाक्ष नहीं कर रहे हैं. क्या ब्रिटेन में चुनाव प्रचार के दौरान कटाक्ष नहीं होते. पूरी दुनिया में चुनाव प्रचार के दौरान कटाक्ष होते हैं. तन्खा ने कहा कि चुनाव प्रजातंत्र का उत्सव होते हैं. अगर चुनाव प्रचार में मजाक नहीं बनाया जाएगा, बोल-चाल में हंसी-मजाक नहीं होगा, तो चुनाव किस बात का. इस उत्सव को होने तो दीजिए.
निर्वाचन आयोग के फैसले को अनुचित बताया
राज्यसभा सांसद ने कमलनाथ का स्टार प्रचारक दर्जा रद्द किए जाने के निर्वाचन आयोग के शुक्रवार के आदेश को भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के संवैधानिक प्रावधानों के खिलाफ बताया. उन्होंने कहा कि यह बेहद आश्चर्य की बात है कि मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को होने वाले उपचुनावों के प्रचार के अंतिम दौर में कमलनाथ को कोई नया नोटिस दिए बगैर ही उनसे स्टार प्रचारक का दर्जा छीन लिया गया.
मध्य प्रदेश उपचुनाव में बीजेपी कर रही साजिश!
तन्खा ने आरोप लगाया कि कमलनाथ की चुनावी सभाओं में भारी भीड़ देखकर बौखलाई बीजेपी ने साजिश के तहत उनके खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायतें कीं ताकि पूर्व मुख्यमंत्री को चुनाव प्रचार से रोका जा सके. उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग के संबंधित आदेश के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख किया जा रहा है. वो और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल कमलनाथ की ओर से मामले की पैरवी करेंगे.
तन्खा ने जोर देकर कहा कि किसी भी नेता को उसकी राजनीतिक पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल करना या इससे बाहर करना निर्वाचन आयोग के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता क्योंकि ये फेहरिस्त संबंधित पार्टी द्वारा तय की जाती है.
Posted by- Suraj Thakur