बोम्मई सरकार के खिलाफ एक हफ्ते में श्वेत पत्र जारी करेगी कांग्रेस, बेंगलुरु के विकास के लिए समिति गठित
कर्नाटक कांग्रेस प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने शुक्रवार को कहा कि बाढ़ के मुद्दे पर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए. सुरजेवाला ने कहा कि हम ‘विजन बेंगलुरु-बेटर बेंगलुरु' रिपोर्ट लाने की योजना बना रहे हैं.
बेंगलुरु : कांग्रेस ने बेंगलुरु में आई बाढ़ के बाद कांग्रेस के बुनियादी ढांचे विकास के लिए एक बड़ी योजना बनाई है. उसने शुक्रवार को कहा है कि कर्नाटक की सत्ता में आने के बाद बेंगलुरु को और बेहतर बनाया जाएगा. यहां के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए कांग्रेस की ओर से एक समिति का गठन किया गया है. समिति बेंगलुरु के बुनियादी ढांचा विकास पर एक रिपोर्ट तैयार करेगी. इसके बाद यह रिपोर्ट पार्टी नेतृत्व को सौंपी जाएगी और कर्नाटक की सत्ता में आने के बाद उस रिपोर्ट के आधार पर बेंगलुरु के विकास की योजना बनाई जाएगी. इसके साथ ही, नवगठित समिति कर्नाटक की बोम्मई सरकार के खिलाफ एक सप्ताह के भी श्वेत पत्र जारी करेगी. इतना ही नहीं, कांग्रेस ने कर्नाटक सरकार से बाढ़ प्रभावित लोगों को मुआवजा देने की मांग की है.
विजन बेंगलुरु-बेटर बेंगलुरु रिपोर्ट लाने की योजना
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने शुक्रवार को कहा कि बाढ़ के मुद्दे पर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को एक सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए. सुरजेवाला ने कहा कि हम ‘विजन बेंगलुरु-बेटर बेंगलुरु’ रिपोर्ट लाने की योजना बना रहे हैं. इस संबंध में एक समिति का गठन किया गया है, जो जनता, जनप्रतिनिधि और नागरिक समाज के लोगों से सलाह करने के बाद 20 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
एक सप्ताह के अंदर श्वेत पत्र होगा जारी
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि समिति एक सप्ताह के भीतर ‘बाढ़ग्रस्त और गड्ढों से युक्त’ बेंगलुरु पर एक श्वेत पत्र जारी करेगी, ताकि कुशासन और प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर किया जा सके. कांग्रेस नेता ने कहा कि बिना देरी किए सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए. मुख्यमंत्री को पार्टियों को विश्वास में लेना चाहिए. जनता और नागरिक समाज के लोगों को जानकारी दीजिए और उन्हें विश्वास में लीजिए.
बाढ़ प्रभावित लोगों को दिया जाए मुआवजा
सुरजेवाला ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित हुए लोगों को मुआवजा देना चाहिए और इसके लिए एक सर्वदलीय समिति का गठन किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि दो चीजें करने की जरूरत है. पहला, बाढ़ से प्रभावित हर घर को पांच लाख रुपये दिए जाएं और यह अधिकतम 25 लाख रुपये हो सकता है. दूसरा, सभी वाहनों, स्कूटरों, मोटरसाइकिल, तिपहिया वाहनों, चार पहिया वाहनों को हुई क्षति का मुआवजा दिया जाना चाहिए.
Also Read: Explainer: जानिए क्या है महाराष्ट्र और कर्नाटक सीमा विवाद, कैसे हुई इस झगड़े की शुरुआत
जलजनित बीमारी की रोकथाम के लिए शिविर लगाने की मांग
सुरजेवाला ने बेंगलुरु की बुनियादी ढांचा को दुरुस्त करने की मांग करते हुए अचरज जाहिर किया कि कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु के लोगों को निकालने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल को क्यों नहीं बुलाया. कांग्रेस नेता ने जलजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य शिविर स्थापित करने की भी मांग की. सुरजेवाला ने बाढ़ की स्थिति के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में पिछले 16 वर्षों में से 11 साल तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार रही और वर्तमान में बेंगलुरु के चार विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के प्रतिनिधि हैं. इसके बावजूद लोगों को इस आपदा का सामना करना पड़ा.