नई दिल्ली : नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए मंगलवार की सुबह कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर पहुंच गई हैं. गुरुवार को भी उनसे ईडी ने करीब दो घंटे तक पूछताछ की थी. उधर, ईडी की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस सड़क से लेकर संसद तक प्रदर्शन करेगी.. सोमवार को नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में सांसदों, महासचिवों, प्रदेश प्रभारियों और सचिवों की हुई बैठक में यह फैसला किया गया है. हालांकि, पार्टी की ओर से राजघाट पर सत्याग्रह करने की योजना भी बनाई गई, लेकिन इसके लिए दिल्ली पुलिस की ओर से अनुमति नहीं मिलने की वजह से फिलहाल उसे कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया है.
दिल्ली में नेशनल हेराल्ड मामले में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा से विजय चौक की ओर मार्च किया. विरोध मार्च में राहुल गांधी भी शामिल हुए. टीवी न्यूज के अनुसार, विजय चौक पर राहुल गांधी धरने पर बैठ गए हैं.
पार्टी के सूत्रों की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से ‘नेशनल हेराल्ड’ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय की अगले दौर की पूछताछ के मद्देनजर पार्टी सड़क से लेकर संसद तक विरोध जताएगी. नई दिल्ली के 24 अकबर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय में सोमवार शाम कांग्रेस महासचिवों, पार्टी के प्रदेश प्रभारियों और सांसदों की बैठक हुई. इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की गई.
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस राजघाट पर ‘सत्याग्रह’ करना चाहती थी, लेकिन दिल्ली पुलिस से अनुमति नहीं मिली तथा वहां धारा 144 लगा दी गई. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार हमें नहीं झुका सकती. उन्होंने कहा कि पार्टी के सांसद इस मुद्दे पर संसद के भीतर विरोध जताएंगे. कांग्रेस मुख्यालय पर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सोनिया गांधी के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए प्रदर्शन करेंगे. ईडी ने ‘नेशनल हेराल्ड’ अखबार से जुड़े धनशोधन मामले में गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष से दो घंटे तक पूछताछ की थी. वहीं, इसके विरोध में पूरे देश में कांग्रेस ने शक्ति प्रदर्शन किया और पार्टी के नेताओं ने गिरफ्तारियां दी थीं.
‘नेशनल हेराल्ड’ से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी दूसरे दौर की पूछताछ के लिए मंगलवार को ईडी के समक्ष पेश हो गई हैं. इससे पहले अधिकारियों ने कहा था कि ईडी के समक्ष अपना बयान दर्ज कराने के लिए गांधी के 26 जुलाई को दोपहर में एजेंसी के समक्ष पेश होने की संभावना है. शुरुआत में जांच एजेंसी ने उन्हें सोमवार को तलब किया था, लेकिन बाद में तारीख एक दिन के लिए बढ़ा दी गई थी. सोनिया गांधी (75) से 21 जुलाई को मामले में पहले दिन दो घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी, जहां उन्होंने एजेंसी के 28 सवालों के जवाब दिए.
ईडी कांग्रेस द्वारा प्रवर्तित अखबार ‘नेशनल हेराल्ड’ का मालिकाना हक रखने वाली यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है. सोनिया के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी के ईडी कार्यालय में जाने की संभावना है. जैसा कि उन्होंने पिछले सप्ताह किया था. दवा या किसी अन्य जरूरत के लिए प्रियंका उनके साथ रह सकती हैं.
कांग्रेस ने अपने शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की निंदा की है और इसे ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ वाला कदम करार दिया है. वर्ष 2013 में भाजपा के सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी की एक निजी आपराधिक शिकायत के आधार पर यंग इंडियन के खिलाफ यहां की एक निचली अदालत ने आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिया था. ईडी ने पिछले साल के अंत में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के आपराधिक प्रावधानों के तहत एक नया मामला दर्ज करने के बाद गांधी परिवार से पूछताछ शुरू की. सोनिया और राहुल गांधी यंग इंडियन के प्रवर्तकों और बहुलांश शेयरधारकों में से हैं. अपने बेटे की तरह कांग्रेस अध्यक्ष के पास भी 38 फीसदी हिस्सेदारी है.
Also Read: National Herald case: सोनिया गांधी की बढ़ी मुश्किलें, जानें क्या है नेशनल हेराल्ड केस
वहीं, भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस के बदले की कार्रवाई के आरोप में जवाब दिया है कि प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ से कांग्रेस पूरी तरह से बौखला गई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्याग्रह का ड्रामा कर रही है. उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपये के गबन का मुख्य आरोपी कौन है. आखिर सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ क्यों न हो.