पीएम मोदी के जन्मदिन पर कांग्रेस ने किया कटाक्ष, कहा- आज ‘राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस’ मना रहे युवा
कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि बच्चों के प्रिय चाचा नेहरू के जन्मदिन को 'बाल दिवस', इंदिरा जी के जन्मदिन को 'कौमी एकता दिवस' के रूप में, राजीव जी के जन्मदिन को, 'सद्भावना दिवस' और अटल जी के जन्मदिन को 'सुशासन दिवस' के रूप में मनाया जाता है.
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर कांग्रेस ने शनिवार को कटाक्ष किया है. कांग्रेस ने कहा कि बेरोजगारी की भयावह स्थिति के कारण आज देश के युवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन ‘राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस’ के रूप में मना रहे हैं, जो दुख की बात है. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री को जन्मदिन की बधाई भी दी और उनके दीर्घायु होने की कामना की. वहीं, कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि बच्चों के प्रिय चाचा नेहरू के जन्मदिन को ‘बाल दिवस’, इंदिरा जी के जन्मदिन को ‘कौमी एकता दिवस’ के रूप में, राजीव जी के जन्मदिन को, ‘सद्भावना दिवस’ और अटल जी के जन्मदिन को ‘सुशासन दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. आज देश के युवा ‘राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस’ मना रहे हैं.
प्रधानमंत्री का जन्मदिन प्रतीकात्मक
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री के खिलाफ हमारी वैचारिक और राजनीतिक लड़ाई जारी है। हमारे खिलाफ उनका निजी प्रतिशोध तेज हो हो गया है। इसके बावजूद हम अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 72वें जन्मदिवस की बधाई देते हैं. वहीं, पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि आज मोदी जी का 72वां जन्मदिवस है, उन्हें हमारी हार्दिक शुभकामनाएं. ईश्वर उनको स्वस्थ और दीर्घायु बनाएं. सुप्रिया श्रीनेत ने कटाक्ष करते हुए कहा कि भारत में महान प्रधानमंत्रियों के जन्मदिवस को प्रतीकात्मक रूप से मनाया जाता रहा है.
60 फीसदी कामकाजी उम्र के लोगों के पास काम नहीं
कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि बच्चों के प्रिय चाचा नेहरू के जन्मदिन को ‘बाल दिवस’, इंदिरा जी के जन्मदिन को ‘कौमी एकता दिवस’ के रूप में, राजीव जी के जन्मदिन को, ‘सद्भावना दिवस’ और अटल जी के जन्मदिन को ‘सुशासन दिवस’ के रूप में मनाया जाता है. आज देश के युवा ‘राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस’ मना रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि भारत विश्व का सबसे युवा राष्ट्र है और आज कामकाजी उम्र के 60 फीसदी लोग या तो काम नहीं कर रहे हैं या काम की तलाश भी नहीं कर रहे.
कोरोना और यूक्रेन युद्ध के पीछे नहीं छुप सकते पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि 20-24 वर्ष की उम्र के 42 फीसदी युवा बेरोजगार हैं.। अगर यह स्थिति भयावह नहीं तो और क्या है? मोदी जी ना ही कोरोना और ना ही यूक्रेन-रूस के युद्ध के पीछे छुप सकते हैं. कांग्रेस प्रवक्ता के अनुसार, देश में कोविड के पहले ही 45 वर्षों में सबसे शीर्ष स्तर पर बेरोजगारी पहुंच गई थी और इस समय बेरोजगारी एक साल में सबसे ऊपर 8.3 फीसदी के स्तर पर है. उन्होंने कहा कि मोदी जी से आशा थी कि उनके वादे के मुताबिक 8 साल में 16 करोड़ नौकरियां मिल जानी चाहिए थीं, लेकिन इन 8 वर्षों में नौकरी के आवेदन आए 22 करोड़ और रोजगार मात्र 7 लाख लोगों को मिले. बेरोजगारी की मार तो सबसे ज़्यादा महिलाओं पर पड़ी है. कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी 26 फीसदी से गिरकर 15 फीसदी पर चली गई है.
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कहां हैं सालाना 2 करोड़ रोजगार
सुप्रिया ने सवाल किया कि कहां हैं सालाना 2 करोड़ रोजगार? आख़िर क्यों 60 लाख सरकारी पद केंद्र और राज्य सरकारों में खाली पड़े हैं? सबसे ज्यादा रोजगार का सृजन करने वाले छोटे लघु मध्यम उद्योगों के लिए कोई नीति क्यों नहीं? आख़िर लाख उकसाने और फटकारने के बावजूद निजी क्षेत्र निवेश क्यों नहीं कर रहा, क्या आपकी नीतियों में भरोसा नहीं है?’ उन्होंने यह भी पूछा कि सारा ध्यान हम दो और हमारे दो पर ही केंद्रित रहेगा, तो बाकी रोजगार कहां और कौन सृजित करेगा? युवाओं को स्थायी रोजगार देने के बजाय 4 साल के ठेके पर रखकर 23 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त करने का षड्यंत्र क्यों?’ कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मुझे दुख है और बहुत चिंता है कि आज देश के युवा राष्ट्रीय बेरोज़गार दिवस क्यों मना रहे हैं? अभी तो आपके पास लगभग 2 साल हैं – युवाओं को रोजगार दीजिए – इतिहास इमारतों से नहीं – इरादों से बनता है.