कांग्रेस आज से शुरू करेगी ‘भारत जोड़ो यात्रा’, कन्याकुमारी से हरी झंडी दिखाएंगे राहुल गांधी
एक वीडियो संदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने लोगों से कहा, जहां भी संभव हो, यात्रा से जुड़े. उन्होंने कहा कि यह यात्रा इसलिए जरूरी है क्योंकि देश में नकारात्मक राजनीति की जा रही है और जनता से जुड़े असली मुद्दों पर चर्चा नहीं की जा रही है.
कांग्रेस विभिन्न मुद्दों पर जनता से सीधे संवाद करने के लिए और केंद्र सरकरा के खिलाफ मुहिम छेड़ने के मकसद से आज यानी बुधवार को कन्याकुमारी से अपनी 3,570 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो यात्रा शुरू करेगी. पार्टी की इस यात्रा का उद्देश्य विचारों की लड़ाई में स्वयं को मजबूत बनाना है.
कन्याकुमारी के समुद्री तट से होगी यात्रा की शुरुआत
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी श्रीपेरुम्बुदूर में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के स्मारक पर प्रार्थना सभा में हिस्सा लेने के बाद यात्रा की शुरूआत करेंगे. यहीं पर तीन दशक पहले एक आतंकवादी हमले में राजीव गांधी की मृत्यु हो गई थी. राहुल आज शाम कन्याकुमारी के समुद्री तट के निकट एक जनसभा को संबोधित करेंगे और इसके साथ ही इस यात्रा की औपचारिक शुरुआत होगी. इस दौरान तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद होंगे. राहुल को स्टालिन एक राष्ट्र ध्वज सौंपेंगे.
प्रियंका ने यात्रा से जुड़ने की अपील की
एक वीडियो संदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने लोगों से कहा, जहां भी संभव हो, यात्रा से जुड़े. उन्होंने कहा कि यह यात्रा इसलिए जरूरी है क्योंकि देश में नकारात्मक राजनीति की जा रही है और जनता से जुड़े असली मुद्दों पर चर्चा नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि यात्रा का उद्देश्य महंगाई, बेरोजगारी जैसे जनता से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना है. कांग्रेस का कहना है कि उसकी यह यात्रा राजनीतिक है, लेकिन इसका मकसद राजनीतिक लाभ लेना नहीं है, बल्कि देश को जोड़ना है.
राहुल ने बताया क्यों निकाली जा रही यात्रा
राहुल गांधी ने गत चार सितंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की महंगाई पर हल्ला-बोल रैली में इस यात्रा को लेकर कहा था मौजूदा समय में विपक्ष के पास जनता से सीधा संवाद करने अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है क्योंकि संवैधानिक संस्थाओं पर मोदी सरकार का नियंत्रण है तथा मीडिया के एक बड़े हिस्से पर भी दबाव है. ऐसे में यह यात्रा निकाली जा रही है.
कन्याकुमारी से श्रीनगर तक होगी यात्रा
कन्याकुमारी से श्रीनगर की 3,570 किलोमीटर लंबी यात्रा की औपचारिक शुरुआत रैली में होगी, लेकिन वास्तव में गांधी और कई अन्य कांग्रेस नेता आठ जनवरी को सुबह सात बजे ‘पदयात्रा’ की शुरुआत करेंगे. यात्रा की शुरुआत से पहले राहुल गांधी कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल, तिरुवल्लुवर स्टैच्यू और कामराज मेमोरियल भी जाएंगे.
118 नेताओं का चयन
पदयात्रा 11 सितंबर को केरल पहुंचेगी और अगले 18 दिनों तक राज्य से होते हुए 30 सितंबर को कर्नाटक पहुंचेगी. यात्रा कर्नाटक में 21 दिनों तक रहेगी और उसके बाद उत्तर की तरफ अन्य राज्यों में जाएगी. कांग्रेस ने राहुल गांधी साथ 118 ऐसे नेताओं का चयन किया है जो कन्याकुमारी से कश्मीर तक पूरी यात्रा में उनके साथ चलेंगे. इन लोगों को भारत यात्री नाम दिया गया है. वे प्रतिदिन औसतन 22-23 किमी की दूरी तय करेंगे.
इन राज्यों से गुजरेगी यात्रा
यात्रा कन्याकुमारी से शुरू होगी और फिर उत्तर की तरफ बढ़ते हुए तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, नीलांबुर, मैसुरू, बेल्लारी, रायचूर, विकाराबाद, नांदेड़, जलगांव, इंदौर, कोटा, दौसा, अलवर, बुलंदशहर, दिल्ली, अंबाला, पठानकोट, जम्मू से गुजरने के बाद श्रीनगर में खत्म होगी. यात्रा में भाग लेने वालों का वर्गीकरण ‘भारत यात्री’ के साथ ही ‘अतिथि यात्री’ और ‘प्रदेश यात्री’ के तौर पर भी किया गया है.
Also Read: Congress President Polls: राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष क्यों बनाना चाहती है बीजेपी?
40 हजार से अधिक गैरकांग्रेसियों ने कराया पंजीकरण
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश के अनुसार, जिन राज्यों से यह यात्रा नहीं गुजर रही है वहां ‘सहायक यात्राएं’ निकाली जाएंगी जिसमें शामिल लोग 75 से 100 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे. कांग्रेस का कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा वेबसाइट पर करीब 40,000 से अधिक ऐसे आम लोगों ने भी पंजीकरण कराया है जो पार्टी से संबंधित नहीं हैं. इस वजह से स्वयंसेवी यात्रियों की एक नयी श्रेणी को भी शामिल किया गया है.