नई दिल्ली : दिल्ली में ‘सेवाओं’ पर अधिकार जमाने को लेकर अभी हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से लाए गए अध्यादेश के खिलाफ सोमवार को आम आदमी पार्टी को कांग्रेस का समर्थन मिल गया है. सूत्रों के हवाले से मीडिया में आ रही खबर के अनुसार, सोमवार को विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ अन्य नेताओं के साथ हुई बैठक में इस बात पर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने फैसला किया है. हालांकि, इससे पहले नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव रविवार को दिल्ली में अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी. आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ हुई बैठक में तेजस्वी यादव मौजूद नहीं थे.
अध्यादेश के विरोध के लिए आप ने बनाई योजना
इससे पहले, सोमवार को आप नेता गोपाल राय ने कहा कि केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ उनकी पार्टी ने व्यापक तरीके से विरोध-प्रदर्शन करने की योजना बनाई है. इसके तहत आगामी 11 जून को दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि रामलीला मैदान की महौरली से पहले पार्टी के कार्यकर्ता दिल्ली में घर-घर जाकर लोगों को इस अध्यादेश के बारे में जानकारी देंगे और वे लोगों को यह भी बताएंगे कि केंद्र सरकार केजरीवाल सरकार को काम करने से किस प्रकार रोक रही है.
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सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ अध्यादेश लाई केंद्र सरकार
आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिल्ली के मतदाताओं की शक्ति को संरक्षित करते हुए निर्वाचित सरकार की व्यवस्था संचालित करने के लिए फैसला दिया है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से जो फैसला दिया गया है, अध्यादेश लाकर केंद्र सरकार उसे हाईजैक करने का प्रयास कर रही है. केंद्र के इस अध्यादेश से सभी हैरान हैं. सुप्रीम कोर्ट ने निर्वाचित सरकार को अधिकार दिया, तो भाजपा में खलबली मची है.