दिल्ली: राहुल गांधी के मुद्दे पर आक्रामक हुई कांग्रेस, ‘जय भारत सत्याग्रह’ के जरिए BJP को घेरने की तैयारी

कांग्रेस का मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन तेज होता दिखाई दे रहा है.राहुल गांधी को दोषी करार दिए जाने के बाद कांग्रेस इसे मुद्दा बनाने की तैयारी में जुट गई है. कांग्रेस अब देशभर में जय भारत सत्याग्रह करने की तैयारी में है. वहीं आज आज लाल किले से टाउन हॉल तक मशाल मार्च निकाला जाएगा.

By Abhishek Anand | March 28, 2023 5:59 PM
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कांग्रेस का मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन तेज होता दिखाई दे रहा है.राहुल गांधी को दोषी करार दिए जाने के बाद कांग्रेस इसे मुद्दा बनाने की तैयारी में जुट गई है. कांग्रेस अब देशभर में जय भारत सत्याग्रह करने की तैयारी में है. इसे लेकर जयराम रमेश ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा लिखा कि, अगले 30 दिनों में देश भर में ब्लॉक, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की भागीदारी से ‘जय भारत सत्याग्रह’ का आयोजन किया जाएगा. साथ ही साथ आज लाल किले से टाउन हॉल तक मशाल मार्च निकाला जाएगा.


लाल किले से टाउन हॉल तक ‘लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च’

कांग्रेस ने कहना है कि, यह लड़ाई लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए है. कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि यह सरकार अडानी घोटाले पर कुछ भी सुनना नहीं चाहती है. आज भी हमने इस घोटाले की जेपीसी जांच की मांग की. उन्होंने सवाल किया कि अगर सरकार दोषी नहीं है तो इस मुद्दे पर जेपीसी बनाने से क्यों भाग रही है? कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सभी सांसद और नेता आज शाम 7 बजे लाल किले से टाउन हॉल तक ‘लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च’ में हिस्सा लेंगे.

राहुल गांधी बहाना हैं, MODANI को बचाना है- अजय माकन 

वहीं कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि राहुल गांधी जी तो बहाना हैं, असल में MODANI को बचाना है. लोकतंत्र की गरिमा को तार-तार करते हुए कैसे राहुल गांधी जी को संसद से साजिशन निष्कासित किया गया!

राहुल के मुद्दे पर अमेरिका की भी नजर 

इधर राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म कर दिए जाने के मामले में अमेरिका भी अपनी निगाहें टिकाए हुए है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वेदान्त पटेल ने प्रेस वार्ता में कहा, “कानून के शासन और न्यायिक स्वतंत्रता के लिए सम्मान किसी भी लोकतंत्र की आधारशिला है, और हम श्री गांधी (राहुल गांधी) के मामले को भारतीय अदालतों में देख रहे हैं.”

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