बदलेगा कांग्रेस अध्‍यक्ष ? CWC की बैठक में तीन घंटे चला मंथन, जानें क्या है सोनिया गांधी की रणनीति

CWC/Sonia Gandhi : कांग्रेस अध्‍यक्ष ने बैठक के दौरान नसीहत देते हुए कहा कि वह ही पार्टी की स्थायी अध्यक्ष हैं तथा उनसे बात करने के लिए मीडिया का सहारा लेने की जरूरत नहीं है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2021 1:49 PM

CWC/Sonia Gandhi : कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक खत्म हो चुकी है. करीब तीन घंटे मंथन चलने के बाद ये खबर सामने आ रही है कि सितंबर 2022 में कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव हो सकता है. बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पूरी तरह से सजग नजर आईं और पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं को नसीहत दे डाली. सोनिया गांधी ने कपिल सिब्बल समेत ‘जी 23′ समूह के कुछ नेताओं की ओर से पिछले दिनों सार्वजनिक रूप दिए जाने की पृष्ठभूमि में उन्होंने उन्हें निशाने पर लिया.

कांग्रेस अध्‍यक्ष ने बैठक के दौरान नसीहत देते हुए कहा कि वह ही पार्टी की स्थायी अध्यक्ष हैं तथा उनसे बात करने के लिए मीडिया का सहारा लेने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में यह भी बताया कि अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 30 जून तक पूरी की जानी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण ही इसे टालना पड़ा तथा अब इसकी रूपरेखा पेश की जाएगी.

क्या है सोनिया गांधी की रणनीति

सोनिया गांधी ने किसान आंदोलन, लखीमपुर खीरी हिंसा, महंगाई, विदेश नीति और चीन की आक्रामकता के मुद्दों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेस अध्यक्ष ने आगामी विधानसभा चुनावों का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारे सामने कई चुनौतियां आएंगी, लेकिन अगर हम एकजुट रहते हैं एवं अनुशासित रहते हैं और सिर्फ पार्टी के हित पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि हम अच्छा करेंगे. सोनिया गांधी ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए तैयारियां आरंभ हो चुकी हैं. उन्होंने संगठानात्मक चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि पूरा संगठन चाहता है कि कांग्रेस फिर से मजबूत हो. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि एकजुटता हो और पार्टी के हित को सर्वोच्च रखा जाए. इन सबसे ऊपर आत्मनियंत्रण और अनुशासन की जरूरत है.

जी 23 नेताओं को नसीहत

कांग्रेस अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि अगर आप मुझे बोलने की इजाजत दें तो मैं पूर्णकालिक और सक्रिय अध्यक्ष हूं…पिछले दो वर्षों में कई साथियों और खासकर युवा नेताओं ने नेतृत्व करने की जिम्मेदारी उठाई है और पार्टी की नीतियों को लोगों तक लेकर गए हैं. उन्होंने जी 23 नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि मैंने सदा स्पष्टवादिता की सराहना की है. मुझसे मीडिया के जरिये बात करने की जरूरत नहीं है. इसलिए हम सभी यहां खुली और ईमानदार चर्चा करते हैं. लेकिन इस चहारदीवारी से बाहर जो बात जाए वो सीडब्ल्यूसी का सामूहिक फैसला होना चाहिए.

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‘जी 23′ समूह ने क्या कहा था

आपको बता दें कि कांग्रेस के ‘जी 23′ समूह के नेताओं की ओर से पार्टी के भीतर संवाद की मांग किए जाने और हाल के महीनों में कई नेताओं के पार्टी छोड़ने की पृष्ठभूमि में सीडब्ल्यूसी की बैठक हुई है. पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने की मांग की थी. आजाद ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति की तत्काल बैठक बुलाई जाए. सिब्बल ने भी पार्टी की पंजाब इकाई में मचे घमासान के बीच पिछले दिनों पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए तथा संगठनात्मक चुनाव कराए जाने चाहिए. सिब्बल ने कहा था कि पार्टी में स्थायी अध्यक्ष नहीं है, लेकिन फैसले हो रहे हैं। फैसले कौन कर रहा है, पता है, पता भी नहीं है.

भाषा इनपुट के साथ

Posted By : Amitabh Kumar

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