दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल ने की बड़ी गलती, जमातियों को दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पार करने में कर रहा था मदद
कोरना वायरस से जुड़ी एख बड़ी खबर सामने आ रही है कि बुधवार को दिल्ली पुलिस के एक ऐसे ही कॉन्स्टेबल को गाजियाबाद पुलिस ने हिरासत में लिया है जो अपनी वर्दी की पावर का इस्तेमाल कर कोरोना संदिग्धों को निकलने में मदद कर रहा था.
गाजियाबाद: सारा विश्व कोरोना वायरस की चपेट में है. बड़े से बड़े देश में इस महामारी ने विकराल रुप ले लिया है. देश में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या शनिवार को 100 के करीब पहुंच गई और संक्रमितों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. इस बीमारी से संक्रमितों की संख्या 3072 के पार हो गयी है. हालांकि अब तक इस बीमारी से 212 लोग स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. सरकार ने भरोसा दिलाया है कि दहशत में आने की जरूरत नहीं है क्योंकि देश में इस वायरस के फैलने की दर कई अन्य देशों की तुलना में कम है और 30 प्रतिशत मामले सिर्फ तबलीगी जमात से संबद्ध हैं.
कोरना वायरस से जुड़ी एख बड़ी खबर सामने आ रही है कि बुधवार को दिल्ली पुलिस के एक ऐसे ही कॉन्स्टेबल को गाजियाबाद पुलिस ने हिरासत में लिया है जो अपनी वर्दी की पावर का इस्तेमाल कर कोरोना संदिग्धों को निकलने में मदद कर रहा था. पकड़ गए सभी लोग तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे.
बुधवार को गाजियाबाद पुलिस ने सर्तकता दिखाते हुए दिल्ली पुलिस के एक कॉन्स्टेबल सहित 9 लोगों को गाजियाबाद बॉर्डर के पास से हिरासत में लिया है. इस कॉन्स्टेबल का नाम इमरान है. गाजियाबाद पुलिस का आरोप है कि बुधवार के दिन इमरान 8 जमातियों को दिल्ली बॉर्डर पार कराने में मदद कर रहा था. पुलिस ने सभी लोगों को हिरासत में लेकर फिलहाल क्वारंटाइन में भेज दिया है.
जानकारी के अनुसार कॉन्स्टेबल इमरान के साथ पकड़े गए सभी कोरोना संदिग्धों को लोनी के चौधरी नर्सिंग होम में बने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है. इमरान अशोक विहार लोनी गाजियाबाद का ही रहने वाला है. हालांकि दिल्ली पुलिस इस मामले को दबाने की कोशिश में जुटी हुई है. लेकिन अब गाजियाबाद पुलिस ने इसकी पुष्टि कर दी है.