Loading election data...

मां से पूछती है कांस्टेबल कादिरी की बेटी- ‘मेरे पापा जन्नत में गये होंगे ना?

24 मई को जिस कांस्टेबल कादिरी को आतंकवादियों ने गोलियों से छलनी कर दिया था, उनकी बेटी आज भी अपने पिता को तलाशती रहती है. अपनी मां से पूछती है- मेरे पापा जन्नत में गये होंगे ना? बांह में गोली खाने वाली बहादुर बच्ची सफा कहती है कि उसे आईपीएस बनकर पिता के सपनों को पूरा करना है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 5, 2022 7:17 PM

श्रीनगर/नयी दिल्ली: पुलिस कांस्टेबल सैफुल्ला कादिरी की नौ वर्षीय बेटी अक्सर फूट-फूट कर रोने लगती है, क्योंकि उसे अपने पिता की याद आती है. उसे इस बात का अफसोस होता है कि उसने 24 मई को क्यों अपने पिता से ट्यूशन के लिए छोड़ने जाने की जिद की. दरअसल, उस दिन कादिरी की आतंकवादियों ने गोली मार कर हत्या कर दी.

बिखर-सी गयी है सफा कादिरी की दुनिया

तीसरी कक्षा की छात्रा सैयद सफा कादिरी की दुनिया बिखर-सी गयी है, क्योंकि वह खौफनाक मंजर उसकी आंखों के आगे घूम रहा है, जब आतंकवादियों ने उसके पिता को गोलियों से भून दिया था. सफा की मां राबिया कहती हैं, ‘सफा की एक बांह में पट्टी बंधी है, गोली उसे भी लगी थी. वो सदमे से उबर नहीं पा रही. सूनी आंखों से छत को देखती रहती है. बीच-बीच में सवाल करती है- ‘मेरे पापा जन्नत में गये होंगे ना?’

Also Read: सैफुल्ला के पिता ने गृह मंत्री का जताया आभार, कहा- हमारे मंत्री छोटे लोगों को भी देते हैं इज्जत
कांस्टेबल कादिरी की आतंकियों ने कर दी थी हत्या

राबिया ने कहा, ‘वह (सफा) अक्सर इस बात का अफसोस करते हुए रोने लगती है कि उसने उस दिन ट्यूशन जाते समय क्यों अपने पिता से साथ चलने की जिद की. ‘जम्मू-कश्मीर पुलिस में कांस्टेबल कादिरी की आतंकवादियों ने श्रीनगर के बाहरी इलाके अंचार क्षेत्र में उनके घर के बाहर गोली मार कर हत्या कर दी थी.

खून से सने थे सफा के कपड़े

राबिया ने रोते हुए कहा, ‘मैं उस वक्त रसोई में थी, जब पड़ोसी सफा को बाहर से उठाकर लाये. उसके कपड़े खून से सने थे. हम उसे लेकर अस्पताल को दौड़े. मैंने देखा कि लोग मेरे पति को एक दूसरे स्ट्रेचर पर लिये दौड़ रहे हैं, मेरे पैरों तले जमीन खिसक गयी. उस वक्त मुझे अहसास नहीं हुआ कि मेरे पति को निशाना बनाया गया था.’

सफा कहती है- मुझे आईपीएस बनना है

सफा से उसकी बांह के बारे में पूछे जाने पर उसने बहादुरी से लेकिन रुंधे गले से कहा, ‘मैं ठीक हूं. कभी-कभी इसमें थोड़ा दर्द होता है, लेकिन मैं एक बहादुर पुलिस वाले की बेटी हूं. मुझे बस इतना पता है कि मुझे आईपीएस ऑफिसर बनकर अपने पिता के सपने को पूरा करना है.’ उसकी मां अभी भी सफा और आठ वर्षीय बेटी सद्दा को पूरा मामला समझा नहीं पा रही.

कादिरी की पत्नी बोली- मैं झूठ को ज्यादा नहीं ढो सकी

राबिया ने कहा, ‘मैंने उनसे कहा था कि उनके पिता को इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया है. लेकिन, मैं इस झूठ को ज्यादा नहीं ढो सकी, क्योंकि बहुत से लोग घर में आ-जा रहे हैं, तो वे कुछ समझ रही हैं.’ पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर रेंज) विजय कुमार ने कहा कि पुलिस ने कादिरी की हत्या के लिए जिम्मेदार आतंकवादी की पहचान कर ली है और जल्द ही उसे पकड़ लिया जायेगा. राबिया ने कहा, ‘मुझे अपने बच्चों के लिए आय के एक स्थायी स्रोत की जरूरत है. मैं आश्वस्त हूं कि पुलिस विभाग निश्चित रूप से इस पर विचार करेगा.’

Next Article

Exit mobile version