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Coromandel Express Accident: ओडिशा में रेल दुर्घटना के बाद 18 ट्रेन रद्द, देखें ट्रेनों के नाम

ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के बेपटरी होने और एक मालगाड़ी के टकराने से जुड़े रेल हादसे में कम से कम ढाई सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी. हादसे के बाद कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है.

By Amitabh Kumar | June 3, 2023 7:10 AM
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Coromandel Express Accident: ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम हुए तीन ट्रेन से जुड़े भीषण हादसे के बाद लंबी दूरी की 18 ट्रेन को रेलवे की ओर से रद्द कर दिया गया है. यह जानकारी एक अधिकारी ने दी. उन्होंने कहा कि सात ट्रेन का मार्ग परिवर्तित किया गया है. 12837 हावड़ा-पुरी सुपरफास्ट एक्सप्रेस, 12863 हावड़ा-बेंगलुरु सुपरफास्ट एक्सप्रेस, 12839 हावड़ा-चेन्नई मेल रद्द कर दी गयी. 12895 हावड़ा-पुरी सुपरफास्ट एक्सप्रेस, 20831 हावड़ा-संबलपुर एक्सप्रेस और 02837 संतरागाछी-पुरी एक्सप्रेस भी रद्द कर दी गयी है.

कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतरी

आपको बता दें कि ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के बेपटरी होने और एक मालगाड़ी के टकराने से जुड़े रेल हादसे में कम से कम दो सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी. रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे. उन्होंने कहा कि पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गये. अधिकारी ने कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गयी. हादसा शाम को करीब सात बजे हुआ.

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मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका, बोगियों में फंसे हैं यात्री

घटना में मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है. बताया जा रहा है कि पलटी हुई बोगियों में सैकड़ों यात्री फंसे हुए हैं. दुर्घटना की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बोगियां इस तरह से आपस में एक दूसरे के अंदर घुस गयी थीं कि कई को तो निकाला ही नहीं जा सका. सबसे ज्यादा नुकसान शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस की आगे की जनरल बोगियों को हुआ है. आगे की जनरल बोगियां यात्रियों से खचाखच भरी थीं.

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