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कोरोना संकट की इस घड़ी में भारत के साथ खड़ा हुआ अमेरिका, एस जयशंकर ने की एंटनी ब्लिंकम से बात

EAM Dr S Jaishankar Speaks To US Secretary Of State Antony Blinken भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का व्यापक प्रभाव देखने को मिल रहा है. कोरोना संकट की इस घड़ी में भारत को अमेरिका का भी सहयोग मिल रहा है. इसी के मद्देनजर अमेरिका वायु सेना का एक परिवहन विमान मेडिकल सामग्री लेकर भारत पुहंचा है. यह राहत सामग्री की पहली खेप है. अमेरिका अगले एक सप्ताह तक भारत को जरूरी मेडिकल उपकरण एवं दवाएं उपलब्ध कराएगा. दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि संकट के इस घड़ी में वह भारत के साथ खड़ा है. इन सबके बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने समकक्ष अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने बात की है.

EAM Dr S Jaishankar Speaks To US Secretary Of State Antony Blinken भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का व्यापक प्रभाव देखने को मिल रहा है. कोरोना संकट की इस घड़ी में भारत को अमेरिका का भी सहयोग मिल रहा है. इसी के मद्देनजर अमेरिका वायु सेना का एक परिवहन विमान मेडिकल सामग्री लेकर भारत पुहंचा है. यह राहत सामग्री की पहली खेप है. अमेरिका अगले एक सप्ताह तक भारत को जरूरी मेडिकल उपकरण एवं दवाएं उपलब्ध कराएगा. दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि संकट के इस घड़ी में वह भारत के साथ खड़ा है. इन सबके बीच, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने समकक्ष अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने बात की है.

इस दौरान दोनों देशों के प्रमुख नेताओं के बीच भारत में ऑक्सीजन सप्लाई को मजबूत बनाने के साथ ही वैक्सीन प्रोडक्शन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की स्पलाई बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा हुई. भारत में कोरोना के बेकाबू होते जा रहे हालत पर अमेरिका समेत दुनिया के अन्य प्रमुख देशों की नजरें है. देश में हर दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के तीन लाख से ज्‍यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. मरीजों की तेजी से बढ़ती संख्या के बीच अस्‍पतालों में मरीजों के इलाज के लिए अब बेड की कमी होने लगी है. वहीं, संक्रमित मरीजों को इलाज के दौरान ऑक्‍सीजन नहीं मिल पा रही है. ऐसे हालात में अमेरिका से भी अब भारत को मदद मिलनी शुरू हो गई है.

इसी कड़ी में आज अमेरिका से 280 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के साथ मेडिकल सामानों की पहली खेप सुबह भारत पहुंची है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यूके का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह महामारी के खिलाफ लड़ाई में हमारी साझा प्रतिबद्धता को दिखाती है. गौरतलब है कि कोरोना संकट के शुरुआती दौर से ही भारत कई देशों की मदद करता आया है. चाहे वो जरूरी दवाई पहुंचाना हो या फिर वैक्सीन देना हो. लेकिन, अब भारत में ही हालात बेकाबू हो गए हैं और ऐसे मुश्किल वक्त में दुनिया भारत के साथ खड़ी है.

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