Corona and organ damage : कोरोना से हो गये स्वस्थ रखें विशेष ध्यान, 70 फीसद मरीजों के एक या दो ऑर्गन्स खराब
अगर आपको कोरोना हुआ था और कम रिस्क वाले ग्रुप में है रहे हैं तो तो सावधान हो जाइये. आपके ऑर्गन्सडैमेज होने का खतरा बढ़ सकता है. हाल में ही एक शोध हुआ जिससे यह बात सामने आयी है. . Corona and organ damage research on coronas infected with low risk one or two organs of 70 percent of patients worsened
अगर आपको कोरोना हुआ था और कम रिस्क वाले ग्रुप में है रहे हैं तो तो सावधान हो जाइये. आपके ऑर्गन्सडैमेज होने का खतरा बढ़ सकता है. हाल में ही एक शोध हुआ जिससे यह बात सामने आयी है.
लो रिस्क वाले एक ग्रुप का सर्वे करने पर पता चला है कि 4 महीने बाद उनमें से ज्यादातर लोगों के ऑर्गन्स डैमेज हो गये हैं. कोरोना से ठीक हुए मरीज में यह लक्षण होता है जिससे आर्गन्स डैमेज होने का खतरा बना रहता है.
इस शोध में उन लोगों को शामिल किया गया जो कम रिस्क वाले हैं इनके सेहत की जांचकी गयी. यह शोध कवर-स्कैन ने किया. हैरान करने वाली बात यह है कि इसमें से 70% मरीजों का एक या दो ऑर्गन कोरोना की वजह से खराब हो गये हैं. इनमें हार्ट, लंग, लिवर जैसे अंग शामिल हैं. इसकी जांच के लिए एमआरआई, खून की जांच जैसे कई उपाय किये थे.
Also Read: पाकिस्तान ने बनाया नया इंटरनेट कानून, गूगल फेसबुक जैसी बड़ी कंपनियो ने दी चेतावनी
हालांकि विशेषज्ञों ने बताया कि कोरोना की वजह से जो ऑर्गन डेमैज हुए हैं वह बहुत हल्के हैं. 25 फीसद लोगों के दो या उससे ज्यादा ऑर्नग्स पर असर पड़ा है. इसमें कैसे सुधार आता है इस पर शोध किया जाना बाकि है अभी इसी मामले में कई स्तर की जांच बाकि है.
वैसे मरीज जो कोरोना से स्वस्थ हो गये लेकिन उन्हें अब भी परेशानियां है उन्हें लॉग कोविड की श्रेणी में रखा जाता है. खास बात यह है कि इसके लक्षण दो लोगों में अलग- अलग हो सकते हैं. मुख्य रूप से जो समानता हो सकती है वह है थकान, डिप्रेशन, एंग्जाइटी और मेंटल हेल्थ में परेशानियां.
Also Read: क्या फिर लगेगा लॉकडाउन ? कई राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर दे रही है दस्तक
इस संबंध में जांच कर रहे विशेषज्ञों ने कहा है कि इससे डरने की जरूरत नहीं है.ज्यादा सावधानी बरतें लापरवाही से बचना जरूरी है. कोरोना से ठीक होने के बाद मरीजों में हार्ट, लंग, रेस्पिरेटरी, अर्थराइटिस, ज्वाइंटस पेन, स्ट्रोक जैसी समस्याएं आ रही है. साथ ही संक्रमितों पर मानसिक दबाव में भी बढ़ रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन भी इन मामलों पर गंभीरता से नजर रख रहा है
Posted By – Pankaj Kumar Pathak
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.