नयी दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली चौतरफा मुसीबतों से घिर गई है. एक तरफ तो दिल्ली में वायु प्रदूषण की वजह से फिजा जहरीली सी हो गई है वहीं दूसरी ओर कोरोना के बढ़ते केसेज ने दिल्ली वालों की नींद उड़ा दी. हालात हैं कि कोरोना और वायु प्रदूषण, दोनों ने ही दिल्ली वालों का घर से निकलना दूभर कर दिया. त्योहारी सीजन में खरीदारों की बढ़ती भीड़ ने भी कोढ़ में खाज का काम किया है. मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है.
दिल्ली में कोरोना ने बिगाड़े हालात
कोरोना की बात करें तो दिल्ली में बीते 24 घंटे में 6 हजार 725 केस सामने आये हैं. इस दौरान 48 लोगों की मौत हो गई. दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या 4 लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है. अब तक दिल्ली में 4 लाख 3 हजार 96 लोग संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 36 हजार 375 एक्टिव मरीज है. बीते 24 घंटे में 3 हजार 610 मरीज डिस्चार्ज हुए. दिल्ली में अब तक 6 हजार 652 लोगों की मौत हो चुकी है.
त्योहारी सीजन में लग रही है भीड़
राजधानी दिल्ली में त्योहारी सीजन की वजह से बाजारों में काफी भीड़ लग रही है. वायु प्रदूषण भी काफी बढ़ गया है. विशेषज्ञों का मानना है कि इसकी वजह से भी कोरोना की स्थिति गंभीर होती जा रही है. बीते 10 दिन में यहां 50 हजार से ज्यादा केस सामने आए हैं. आंकड़े बताते हैं कि 25 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच 50 हजार 616 केस सामने आए. इस अवधि में 394 लोग जिंदगी की जंग हार गए. इस दौरान 59 हजार 540 लोगों की टेस्टिंग की गई.
प्रदूषण की वजह से स्थिति भयावह
इस बीच दिल्ली में प्रदूषण का स्तर भी काफी बढ़ गया है. दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के पार चला गया. दिल्ली सरकार ने निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी लेकिन फैक्ट्रियों में काम जारी है. रोजाना दिल्ली की सड़कों पर हजारों वाहन दौड़ते हैं. हरियाणा और पंजाब में किसानों द्वारा जलाई गई पराली का धुआं भी संकट बढ़ाता है.
इस बीच त्योहारी सीजन में बाजारों में काफी भीड़ लग रही है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा. इन सभी कारकों ने मिलकर दिल्ली में प्रदूषण और कोरोना की स्थिति भयावह कर दी है.
Posted By- Suraj Thakur