Corona Cases In India देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या के मद्देनजर पूर्व वित्त मंत्री डॉ. पी चिदंबरम ने बुधवार को ट्वीट कर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. चिदंबरम ने अपने ट्वीट में कहा है कि लोगों को ऐसी सरकार के खिलाफ विद्रोह करना चाहिए, जो भारत के सभी लोगों को मूर्ख समझ रही है. इसके साथ ही पूर्व वित्त मंत्री ने अपने एक अन्य ट्वीट में सवाल करते हुए कहा है कि क्या सभी टेलीविजन चैनल फर्जी दृश्य प्रसारित कर रहे हैं? क्या सभी अखबारों की कहानियां गलत हैं? क्या सभी डॉक्टर झूठ बोल रहे हैं? क्या परिवार के सभी सदस्य गलत बयान दे रहे हैं? क्या सभी दृश्य और तस्वीरें फर्जी हैं?
मैं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के बयान से स्तब्ध हूं कि ऑक्सीजन या टीके या रेमडेसिवीर की कोई कमी नहीं है।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) April 28, 2021
मैं यूपी के मुख्यमंत्री के बयान से भी स्तब्ध हूं, जिन्होंने कहा कि यूपी में टीकों की कोई कमी नहीं है।
एक अन्य ट्वीट में पूर्व वित्त मंत्री डॉ. पी चिदंबरम ने कहा है कि मैं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के बयान से स्तब्ध हूं कि ऑक्सीजन या टीके या रेमडेसिवीर की कोई कमी नहीं है. मैं यूपी के मुख्यमंत्री के बयान से भी स्तब्ध हूं, जिन्होंने कहा कि यूपी में टीकों की कोई कमी नहीं है. चिदंबरम ने आगे कहा है कि कांग्रेस की ओर से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा कि जनता को विद्रोह कर देना चाहिए.
दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के एक बयान को लेकर बुधवार को उन पर निशाना साधा और उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग की है. पी चिदंबरम ने यह भी कहा कि भारत के सभी लोगों को मूर्ख समझ रही सरकार के खिलाफ जनता को विद्रोह कर देना चाहिए. वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा कि अस्पतालों में उपचार नहीं मिल रहा है. ऑक्सीजन की कमी बरकरार है. लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. श्मशान और कब्रिस्तानों में जगह नहीं बची है. इस स्थिति के बावजूद स्वास्थ्य मंत्री कहते हैं कि इस साल स्थिति पिछले साल से बेहतर है. आरोप लगाते हुए उन्होंने आगे कहा कि ऐसा लगता है कि वो मानवता का मूलधर्म भूल चुके हैं. सत्ता के अहंकार में इतने चूर हैं कि वो लोगों की वेदना भूल गए हैं.
सुप्रिया ने कहा कि हर्षवर्धन के अंदर नैतिकता नहीं है कि इस्तीफा देंगे. इनको तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए. गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन मंगलवार को एक वेबिनार में कहा था कि 2021 में देश पिछले साल की तुलना में महामारी को हराने के लिए अधिक अनुभव के साथ मानसिक और भौतिक रूप से बेहतर तैयार है. सुप्रिया ने आरोप लगाया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहल लाल खट्टर और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी पिछले कुछ दिनों में असंवेदनशील बयान दिए हैं.
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