नयी दिल्ली : केंद्र सरकार ने रविवार को कोरोनोवायरस (कोविड -19) महामारी के कारण अंतरराष्ट्रीय अनुसूचित वाणिज्यिक उड़ानों पर 30 सितंबर तक प्रतिबंध बढ़ा दिया है. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) द्वारा जारी नवीनतम परिपत्र ने अंतरराष्ट्रीय कार्गो उड़ानों और नियामक द्वारा अनुमोदित लोगों को संचालित करने के लिए जारी रखा. डीजीसीए ने यह भी कहा कि अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को मामले के आधार पर चयनित मार्गों पर अनुमति दी जा सकती है.
भारत सरकार ने कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए 23 मार्च, 2020 से अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसने कुछ देशों में उड़ानों पर प्रतिबंधों में ढील दी गयी है, जिनके साथ भारत ने पिछले एक साल के दौरान एयर बबल की व्यवस्था की है.
दोनों देशों के बीच एयर बबल समझौता राष्ट्रीय वाहक द्वारा अपने क्षेत्रों के बीच विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन की अनुमति देता है. भारत ने संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त अरब अमीरात, मालदीव, नीदरलैंड, फ्रांस, जर्मनी, कतर और भूटान सहित लगभग 25 देशों के साथ एयर बबल समझौते किए हैं.
भारत 31 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध हटाने पर विचार कर रहा था. हालांकि, इसने संक्रमण की तीसरी लहर के खतरे और कई देशों में कोविड -19 के डेल्टा संस्करण के बढ़ते मामलों के कारण प्रतिबंध को बढ़ा दिया है. बता दें कि देश में पिछले कुछ दिनों से 40 हजार से ज्यादा नये मामले सामने आ रहे हैं. केरल और महाराष्ट्र को लेकर एक्सपर्ट ने चिता जतायी है.
यहां तक कि जब अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा पर प्रतिबंध जारी रहा, तब भी भारत ने विशिष्ट मार्गों पर विशेष उड़ानों के संचालन की अनुमति दी, विशेष रूप से फंसे हुए नागरिकों को वापस लाने के लिए. कोरोना संकट के दौरान कई देशों में फंसे भारतीय को वापस स्वदेश लाया गया.
Posted By: Amlesh Nandan.