ओडिशा में कोरोना का खौफ : स्वास्थ्य विभाग के निदेशक बोले- परिवार के साथ घर में मनायें ‘जीरो नाइट सेलिब्रेशन’

ओडिशा सरकार ने राज्य के सभी अस्पतालों को सतर्क रहने, राज्य में कोविड-19 मामलों में वृद्धि से निबटने के लिए सक्रिय कदम उठाने के निर्देश दिये हैं. पत्र में कहा गया है कि पॉजिटिव पाये गये लोगों के लिए होम आइसोलेशन प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए और आवश्यक उपचार सहायता प्रदान की जानी चाहिए.

By Prabhat Khabar News Desk | December 31, 2023 3:20 PM

नव वर्ष पर अपने घरों में रह कर ‘जीरो नाइट सेलिब्रेशन’ मनायें. ओडिशा में कोविड के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने राज्य की जनता से यह अपील की है. जन स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ निरंजन मिश्र ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जीरो नाइट हमारी परंपरा नहीं है. स्वास्थ्य विभाग लोगों से अपील करता है कि वे बाहर न जायें तथा घरों में रह कर खुशियां मनायें. जिन लोगों को ठंड, खांसी जुकाम आदि है, वे बाहर न निकलें. मास्क का प्रयोग करें. को-मोर्बिडिटी वाले लोग निश्चित रूप से मास्क का प्रयोग करें. उन्होंने कहा कि राज्य में वर्तमान कोरोना के 13 सक्रिय मामले हैं. केंद्र सरकार ने जो निर्देश दिया है, उसके अनुसार हम तैयार हैं.

अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों को सतर्क रहने के निर्देश

ओडिशा सरकार ने राज्य भर के सभी अस्पताल अधिकारियों को सतर्क रहने और राज्य में कोविड-19 मामलों में किसी भी वृद्धि से निबटने के लिए सक्रिय कदम उठाने के निर्देश दिये हैं. सभी सीडीएमओ, मेडिकल कॉलेजों और कैपिटल अस्पताल के प्राधिकारियों को लिखे एक पत्र में, राज्य स्वास्थ्य विभाग ने आइएलआइ/एसएआरआइ निगरानी बढ़ाने और राज्य भर के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में परीक्षण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. पत्र में कहा गया है कि पॉजिटिव पाये गये लोगों के लिए होम आइसोलेशन प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए और आवश्यक उपचार सहायता प्रदान की जानी चाहिए.

Also Read: ओडिशा में कोरोना ने फिर दी दस्तक, सुंदरगढ़ जिला में 142 संक्रमित मिले, दो का इलाज जारी

विभाग ने अस्पताल अधिकारियों से प्रबंधन प्रोटोकॉल के अनुसार, किसी भी प्रवेश और प्रबंधन के लिए समर्पित बिस्तर और ऑक्सीजन समर्थित बिस्तर सुनिश्चित करने के लिए भी कहा. अस्पतालों को किसी भी अनावश्यक रेफरल से परहेज करने का भी निर्देश दिया गया है. विभाग ने कहा कि किसी भी स्थिति में जिला और उप-जिला स्तर पर परीक्षण और उपचार सुविधाओं की अनुपलब्धता की रिपोर्ट नहीं आनी चाहिए. स्वास्थ्य संस्थानों को सामुदायिक जागरूकता के लिए आइइसी/बीसीसी बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन के साथ समन्वय और सहयोग करने के लिए कहा गया है, जिसमें रोगसूचक, बुजुर्ग और कमजोर आबादी द्वारा पालन किए जाने वाले कोविड-19 उचित व्यवहार पर जोर दिया गया है. अस्पताल अधिकारियों को किसी भी स्थिति से निबटने के लिए आकस्मिक योजना तैयार रखने का आदेश दिया गया है.

Next Article

Exit mobile version