कोरोना का कहर : लॉकडाउन के बाद बढ़ा तीन गुना मौत का आंकड़ा

भारत में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 50 पहुंच गई है. जब भारत में लॉकडाउन किया गया था तो कोरोना से मरने वालों की संख्या 16 थी, लेकिन पिछले एक हफ्तों में यह तेजी से बढ़ा है. 25 मार्च को भारत में मरने वालों की संख्या 16 थी, जो दिनों दिन बढ़कर अब 50 हो गई है.

By AvinishKumar Mishra | April 2, 2020 11:54 AM

नयी दिल्ली : भारत में कोरोनावायरस से मरने वालों की संख्या 50 पहुंच गई है. जब भारत में लॉकडाउन किया गया था तो कोरोना से मरने वालों की संख्या 16 थी, लेकिन पिछले एक हफ्तों में यह तेजी से बढ़ा है. 25 मार्च को भारत में मरने वालों की संख्या 16 थी, जो दिनों दिन बढ़कर अब 50 हो गई है.

तमाम तरह के पाबंदियों के बावजूद जिस रफ्तार से यह आंकड़ा बढ़ रही है, उससे आने वाले समय में संकट और गहराने की संभावनाएं जतायी जा रही है.

निजामुद्दीन मरकज के बाद बढ़ा मामला– भारत में कोरोनावायरस की मौत निजामुद्दीन मरकज से जुड़े 10 लोगों की मौत के बाद ज्यादा बढ़ गया है, जिसके बाद सरकार ने आनन-फानन में वहां रह रहे लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया. हालांकि अभी भी निजामुद्दीन मरकज से जुड़े 29 लोग कोरोना से संक्रमित हैं, जबकि 265 लोगों की रिपोर्ट नहीं आयी है.

भारत में कोरोना कम्युनिटी ट्रांसमिशन फेज में नहीं– भारत के लिए राहत की बात यह है कि अब तक देश में कोरोनावायरस कम्युनिटी ट्रांसमिशन फेज में नहीं पहुंची है. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि भारत के लिए सबसे राहत की बात है कि अब तक यहां कोरोना कम्युनिटी ट्रांसमिशन फेज में नहीं पहुंची है.

महाराष्ट्र में सबसे अधिक मौत– कोरोनावायरस के कारण महाराष्ट्र में सबसे अधिक 17 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं राज्य में अब तक संक्रमितों की संख्या 335 पहुंच गई है. दूसरी तरफ गुजरात में मरने वालों तकी संख्या सात हो गई है.

अब तक संक्रमितों की संख्या- देश में सबसे पहला संक्रमित मरीज का मामला 30 जनवरी को सामने आया था, उसके बाद पिछले 63 दिनों में यह संख्या 1965 पर पहुंच गई है.

30 जनवरी– 01

27 फरवरी- 03

02 मार्च- 05

09 मार्च– 42

16 मार्च– 110

23 मार्च- 467

24 मार्च– 536

25 मार्च– 606

26 मार्च– 694

27 मार्च– 724

28 मार्च- 873

29 मार्च– 1024

30 मार्च-1251

31 मार्च -1397

1 अप्रैल-1834

2 अप्रैल– 1965

(सभी आंकड़े स्वास्थ्य मंत्रालय के आधार पर )

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