Loading election data...

Corona का असर : बीजेपी नेता एक महीने तक नहीं लेंगे धरना प्रदर्शन में भाग

BJP अध्यक्ष JP Nadda ने बुधवार को कहा कि पार्टी ने Corona Virus के खतरे के मद्देनजर एक महीने तक कोई प्रदर्शन या आंदोलन न करने का फैसला किया है. BJP अध्यक्ष का यह बयान तब आया है जब एक दिन पहले ही PM Narendra Modi ने BJP संसदीय दल की बैठक में सांसदों से कोरोना वायरस के बारे में छोटे-छोटे समूहों में लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए कहा था.

By AvinishKumar Mishra | March 18, 2020 2:49 PM
an image

नयी दिल्ली : भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुधवार को कहा कि पार्टी ने कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर एक महीने तक कोई प्रदर्शन या आंदोलन न करने का फैसला किया है. भाजपा अध्यक्ष का यह बयान तब आया है जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक में सांसदों से कोरोना वायरस के बारे में छोटे-छोटे समूहों में लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए कहा था.

प्रधानंत्री ने इस बैठक में कहा था कि बीजेपी के लोगों को 15 अप्रैल तक कोई भी जन आंदोलन शुरू करने से बचना चाहिये. भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘ प्रधानमंत्री ने कल संसदीय दल की बैठक में इच्छा व्यक्त की थी कि हमें धरना, विरोध प्रदर्शन आदि से बचना चाहिए. इसे ध्यान में रखते हुए भाजपा ने निर्णय किया है कि अगले एक महीने तक हम किसी धरना, विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लेंगे.’

उन्होंने आगे कहा कि पार्टी एक महीने तक कोई जन सभाएं भी नहीं करेगी. अगर हमें कोई जानकारी देनी होगी तो वरिष्ठ पार्टी नेता ज्ञापनों के जरिए सूचना देंगे. पार्टी के चार या पांच पदाधिकारी संबंधित प्राधिकारियों को ज्ञापन सौंपेंगे और सामूहिक एकत्रीकरण से बचेंगे.

पार्टी के लोगों को जनजागरूकता फैलाने का निर्देश– भाजपा अध्यक्ष ने कहा, पार्टी की सभी इकाइयों से कोरोना वायरस के संबंध में जागरूकता फैलाने के साथ-साथ इस संबंध में भी जानकारी देने को कहा गया है कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए. कार्यकर्ता लोगों को बतायेंगे कि एक तरफ साफ-सफाई पर ध्यान देना है और घबराहट फैलने से बचना है.

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री ने दक्षेस देशों के नेताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि हमें घबराना नहीं है, लेकिन यह सुनिश्चित करना है कि इसे फैलने से रोका जाये. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को सांसदों से छोटे समूहों में जागरूकता फैलाने को कहा, साथ ही स्पष्ट किया था कि संसद के बजट सत्र में कटौती नहीं की जायेगी और कोई भी नेता इसके लिए चिट्ठी नहीं लिखेगा.

Exit mobile version