नयी दिल्ली : दिल्ली में लॉक डाउन की घोषणा के बाद शाहीन बाग में एनआरसी और सीएए के विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की संख्या में कमी आयी है. लोगों ने कोरोना के कारण धरना स्थल से दूरी बना लिया है.
बताया जा रहा है कि शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों ने धरना स्थल की जगह पर अपने अपने चप्पल छोड़ आये हैं, जिसे सिम्बॉलिक प्रोटेस्ट के रूप में माना जा रहा है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण यहां पर प्रशासन ने लॉक डाउन करने की घोषणा की है, जिसके कारण सभी लोगों ने प्रदर्शन नहीं करने की बात कही है. हालांकि प्रदर्शन स्थल पर कुछ बुजुर्ग महिलाएं अब भी रहेंगी.
Delhi: Number of anti-CAA protesters at Shaheen Bagh has reduced significantly amid lockdown announced in the state in view of #Coronavirus till 31st March and the 'Janta Curfew' that was observed yesterday. pic.twitter.com/6fN1q2w5FK
— ANI (@ANI) March 23, 2020
मांग नहीं मानने तक बैठेंगे– प्रदर्शन स्थल पर बैठी दादियों का कहना है कि दिल्ली में हुई हिंसा में काफी लोगों की जान चली गयी है और वे लोग नहीं चाहते कि कोरोनावायरस की वजह से किसी को अपनी जान गंवानी पड़े. इस वजह से जो भी लोग यहां बैठी हैं वो पांच मीटर की दूरी पर हैं. साथ ही सैनिटाइजर, मास्क और दस्ताने भी पहनकर आये हैं. सभी तरह की सावधानी बरत रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे रोज इसी तरह बैठी रहेंगी. उन्होंने बताया कि यह उनका 100वां दिन होगा. उन लोगों ने एक साथ दोहराया कि जबतक उनकी मांग सरकार मान नहीं लेती तबतक सड़क पर ही बैठी रहेंगी.
पेट्रोल बम फेंकने का आरोप– धरना स्थल पर बैठी महिलाओं ने कल आरोप लगाया था कि कुछ सिरफिरे ने प्रदर्शन की जगह पर पेट्रोल बम फेंका है, जिसके बाद एरिया में स्थिति तनावपूर्ण हो गयी. हालांकि पुलिस ने जैसी मामले को नियंत्रण में कर लिया और इसकी जांच शुरू कर दी
भारत में अब तक 400 मरीज– कोरोनावायरस भारत में तेजी से अपना पांव पसार रहा है, जिसके कारण रविवार को कई राज्यों ने लॉक डाउन करने की घोषणा की. साथ ही कई राज्यों में धारा 144 भी लगायी गयी है. भारत में अब तक कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्य 400 के आसपास पहुंच गयी है.