Corona India News: विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि कोविड के डेल्टा वैरिएंट का सबसे ज्यादा प्रभाव हमारे देश में हुआ. उन्होंने कहा कि उस समय पूरी दुनिया से दवाइयां, वेंटिलेटर आदि चीजें आई. एस जयशंकर ने कहा कि इतना ही नहीं, उस समय ऑक्सीजन की भी बहुत कमी थी तो हमने बाहर से ऑक्सीजन मंगाया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस समय दूर दृष्टि थी कि उन्होंने कहा कि वैक्सीन के समय हम दुनिया की मदद करें.
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि वैक्सीन का जो कच्चा माल होता है, वो हर देश अपने लिए रोक रहा था. हमारे लिए समस्या थी की दुनिया की सप्लाई चैन अगर हमारे लिए काम नहीं करेगी तो हम वैक्सीन कैसे बनाएंगे. ऐसे में पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को समझाया कि आप दुनिया के वैक्सीन सप्लाई चैन को मत रोकिए. जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री के कहने पर अमेरिकी प्रशासन ने भारत को रक्षा उत्पादन अधिनियम में छूट दी और उसके कारण हमारा वैक्सीन कार्यक्रम सुचारू रूप से चला.
Vadodara, Gujarat | During the Russia-Ukraine conflict, PM Modi called both Russian President Vladimir Putin and Ukrainian President Volodymyr Zelenskyy for a ceasefire for some time so that we can safely evacuate our students: External Affairs Minister Dr S Jaishankar pic.twitter.com/DBAHE3QCEg
— ANI (@ANI) October 1, 2022
गुजरात के वडोदरा में एक कार्यक्रम के दौरान विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युद्ध के बीच में राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति जेलेंस्की दोनों को फोन किया. फोन कर उन्होंने थोड़ी देर के लिए गोलीबारी रूकवाया ताकि हमारे लोग बाहर निकल सकें. एस जयशंकर ने कहा कि 24 फरवरी को रुस और यूक्रेन के बीच लड़ाई शुरू हुई. उस समय हमारे करीब 20 हजार विद्यार्थी वहां पर फंसे हुए थे. जब से लड़ाई शुरू हुई प्रधानमंत्री की नजर इस पर थी.
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