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कोरोना से भारत में 10 लाख लोगों पर मौत का आंकड़ा काफी कम : स्वास्थ्य मंत्रालय

कोविड-19 पर उच्च स्तरीय मंत्रीसमूह को शनिवार को बताया गया कि प्रति 10 लाख आबादी पर भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले और उनसे होने वाली मृत्यु दर वैश्विक औसत की तुलना में बेहद कम है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2020 7:18 PM

नयी दिल्ली : कोविड-19 पर उच्च स्तरीय मंत्रीसमूह को शनिवार को बताया गया कि प्रति 10 लाख आबादी पर भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले और उनसे होने वाली मृत्यु दर वैश्विक औसत की तुलना में बेहद कम है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शनिवार को यहां हुई मंत्रीसमूह की 20वीं बैठक में भारत में कोरोना वायरस महामारी की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी दी गई .बैठक में बताया गया कि शनिवार तक, आठ राज्यों – महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना – का कुल सक्रिय मामलों में करीब 73 प्रतिशत योगदान है. कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुई कुल मौतों में से 81 प्रतिशत मौत सात राज्यों – महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल- में हुई हैं.

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बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने कहा कि देश ने कोविड-19 के प्रसार को रोकने की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है और अपने मंत्रालय को संसद और विधानसभा सत्रों के लिये कोविड-19 व्यवस्थाओं और ऐहतियाती उपायों से जुड़ी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) विकसित करने के निर्देश दिये हैं.

मंत्री समूह ने आगामी त्योहारी मौसम के बारे में चिंता जाहिर की और सभी को सुरक्षित व कोविड-अनुकूल आचरण की सलाह दी. मंत्रालय ने कहा, “वैश्विक तुलना दर्शाती है कि भारत उन देशों में शामिल है जहां प्रति 10 लाख आबादी पर संक्रमण के मामले (2424) सबसे कम हैं और हमारे देश में प्रति 10 लाख की आबादी पर मौत का आंकड़ा 44 है जबकि इनके लिये वैश्विक आंकड़े क्रमश: 3161 और 107.2 हैं.”

मंत्रालय ने रेखांकित किया कि संसाधनों की कमी और घनी आबादी के बावजूद समय पर लॉकडाउन और आधारभूत ढांचों की व्यवस्था ने भारत में अन्य देशों के मुकाबले प्रति 10 लाख की आबादी पर संक्रमण और मौतों को तुलनात्मक रूप से कम रखा. एक आधिकारिक बयान के मुताबिक वर्धन ने केंद्र, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के समन्वित प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया.

उन्होंने कहा, “मंत्री समूह की 31 जुलाई को हुई पिछली बैठक के बाद से एक महीने के दौरान बीमारी की रोकथाम की दिशा में हमनें उल्लेखनीय प्रगति की है. अब तक 26.4 लाख लोग इस बीमारी से उबर चुके हैं. देश में बीमारी से मृत्यु दर अपने न्यूनतम स्तर 1.81 प्रतिशत पर है और संक्रमण से ठीक होने की दर बढ़कर 76.47 प्रतिशत हो गई है.”

उन्होंने मंत्रीसमूह को बताया कि पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं के निर्माण के साथ ही देश में स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े आधारभूत ढांचों को मजबूती दी गई है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही सिर्फ 0.29 प्रतिशत मामले ही वेंटिलेटर पर हैं, 1.93 प्रतिशत मरीज आईसीयू में हैं और 2.88 प्रतिशत मरीजों को ही ऑक्सीजन दिये जाने की जरूरत है.

उन्होंने कहा, “उन्होंने कहा कि कुल 1576 प्रयोगशालाओं में जांच की सुविधा है जिनसे जांच की संख्या बढ़ी है और 10 लाख जांच प्रतिदिन के लक्ष्य को हासिल कर लिया गया है. बीते 24 घंटों में नौ लाख से ज्यादा नमूनों की जांच की गई और इसके साथ ही देश में कुल जांच की संख्या बढ़कर चार करोड़ के आंकड़े के पार हो गई है.”

वर्धन ने मंत्रीसमूह को यह भी बताया कि केंद्र सरकार की तरफ से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 3.38 करोड़ से ज्यादा एन-95 मास्क, करीब एक करोड़ 35 लाख पीपीई किट और करीब 27 हजार वेंटिलेटर उपलब्ध कराए जा चुके हैं.

Posted By – Pankaj Kumar pathak

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