कोरोना संक्रमित विधायक भी वोट डालने पहुंचे, पीपीई किट पहनकर वोट डाला

देश के आठ राज्यों के लिए राज्यसभा की 19 सीटों पर आज मतदान होना है. इस चुनाव में कई दिग्गज नेताओं की साख दांव पर लगी है. चुनाव के दौरान कई विधायकों ने सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया. मध्यप्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों पर मतदान हो रहा था. यहां सबसे अंतिम में वोट डालने पहुंचे कुणाल चौधरी.

By PankajKumar Pathak | June 19, 2020 6:20 PM

जयपुर / भोपाल : देश के आठ राज्यों के लिए राज्यसभा की 19 सीटों पर आज मतदान होना है. इस चुनाव में कई दिग्गज नेताओं की साख दांव पर लगी है. चुनाव के दौरान कई विधायकों ने सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया. मध्यप्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों पर मतदान हो रहा था. यहां सबसे अंतिम में वोट डालने पहुंचे कुणाल चौधरी.

इन्होंने पीपीई किट पहन रखा था और इसका पूरा ध्यान रखा कि किसी को परेशानी ना हो. कोरोना संक्रमित विधायक कुणाल चौधरी जब वोट करने पहुंचे तो सभी ने उचित दूरी बना रखी थी कुणाल चौधरी पिछले दिनों कोरोना से संक्रमित हुए थे. उन्हें वोटिंग के लिए अलग से अनुमति दी गई थी.स्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए शुक्रवार को हुए मतदान के दौरान विधायक वाजिब अली ने संक्रमण रोधी पीपीई किट पहनकर वोट डाला.

दरअसल नगर सीट से विधायक वाजिब अली एक दिन पहले ही आस्ट्रेलिया से लौटे थे . सुबह जब वे वोट डालने आए तो उन्हें मत पत्र दे दिया गया, लेकिन इसी बीच भाजपा के उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने आपत्ति जताई कि विधायक एक ही न पहले विदेश से लौटे हैं इस पर निर्वाचन अधिकारी ने उनका मतपत्र ले लिया.

इसके बाद उन्होंने पीपीई किट पहनकर अपना मत डाला. अली ने कहा, ‘‘विपक्ष का काम है जब कुछ नहीं मिला तो बिना बात का हंगामा करना. उकी संतुष्टि के लिए यह पीपीई किट पहनने की औपचारिकता भी कर ली.” उन्होंने कहा कि वह पहले ही कोरोना वायरस संक्रमण जांच में ‘नेगेटिव’ पाए गए हैं. वहीं भाजपा विधि प्रकोष्ठ के संयोजक सुरेंद्र सिंह नरूका ने इसको लेकर विधायक की पुलिस में शिकायत की.

नरूका ने बताया कि उन्होंने विधायक के खिलाफ रिपोर्ट दी है. उनका आरोप है कि विधायक ने मतदान करने में गृह मंत्रालय व स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन नहीं किया. उहोंने कहा कि आम व्यक्ति व भाजपा कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने पुलिस थाना ज्योतिनगर में रिपोर्ट दी है कि इनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए. उल्लेखनीय है कि अली उन छह विधायकों में से हैं जो बसपा की टिकट पर जीते थे, लेकिन बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए.

Posted By – Pankaj Kumar Pathak

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