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अब दुनिया के 30 से ज्यादा देशों में कोरोना के नये वेरिएंट का खतरा, कितना है खतरा

यह नया वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट से भी ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है. इस संक्रमण के फैलाव का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है के पेरु में 82 फीसद मामले इस नये वेरिएंट के हैं. दक्षिणी अमेरिकी देश चिली में भी इस संक्रमण के ज्यादा मामले देखे गये है यहां भी 31 फीसद मामले लैम्ब्डा के हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 7, 2021 9:51 AM

कोरोना संक्रमण का नया वेरिएंट अब दुनिया के कई देशों में फैल रहा है. लैम्ब्डा वेरिएंट दुनिया भर के 30 से ज्यादा देशों में फैल चुका है. इस कोरोना वेरिएंट को बेहद खतरनाक बताया गया है. मलेशियाई स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि लैम्बडा वेरिएंट सबसे पहले दक्षिण अमेरिकी देश पेरू (Peru) में नजर आया अब दुनिया के कई देशों में फैल रहा है. इस वेरिएंट की वजह से सबसे ज्यादा मौत पेरू में ही हुई है.

यह नया वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट से भी ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है. इस संक्रमण के फैलाव का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है के पेरु में 82 फीसद मामले इस नये वेरिएंट के हैं. दक्षिणी अमेरिकी देश चिली में भी इस संक्रमण के ज्यादा मामले देखे गये है यहां भी 31 फीसद मामले लैम्ब्डा के हैं.

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यह वायरस कितना खतरनाक है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पहले ही इसकी पहचान कर इसे सूची में शामिल कर लिया है. यह वेरिएंट इतना खतरनाक है कि यह तेजी से फैलता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता से भी लड़ने की ताकत रखता है. इंग्लैंड के स्वास्थ्य विभाग ने लैम्बडा को निगरानी वाले वेरिएंट (VUI) की सूची में शामिल किया है जिसमें L452Q और F490S में बदलना भी शामिल है.

कई जगहों पर इसे लेकर शोध जारी है. संक्रमण कितना खतरनाक है, वैक्सीन लेने के बाद इस नये वेरिएंट का खतरा कितना कम होता है इसे लेकर अबतक शोध जारी है. विदेशी यात्रा के दौरान कई देशों में इस वायरस के फैलने का खतरा बढ़ रहा है राहत वाली बात है कि इस वायरस के अबतक एक भी मामले भारत में नहीं आये हैं.

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भारत कोरोना संक्रमण से नये वेरिएंट से लड़ने के लिए पहले ही वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज कर रहा है. देश में अब भी डेल्टा और डेल्टा प्लस वेरिएंट का खतरा है. कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण के मामलों में कमी दर्ज की जा रही है ऐसे में अगर नये वेरिएंट का मामला भारत में आता है तो एक बार फिर परेशानी बढ़ सकती है.

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