2024 तक दुनिया में रह सकता है कोरोना का आतंक, जानिए बूस्टर डोज कितना है कारगर

कोरोना महामारी अभी आने वाले दो से तीन सालों तक बना रह सकता है. वहीं, बढ़ते संक्रमण के बीच, कोरोना रोधी टीके की बूस्टर डोज की भी बात हो रही है. भारत सरकार भी कोरोना के बूस्टर डोज की योजना पर तेजी से काम कर रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2021 12:02 PM

अमेरिका, ब्रिटेन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन तेजी से फैल रही है. ओमिक्रॉन से बढ़ते खतरे के बीच कोरोना वैक्सीन निर्माता कंपनी फाइजर (Pfizer) ने चेतावनी दी है. फाइजर का कहना है कि, कोरोना महामारी अभी आने वाले दो से तीन सालों तक बना रह सकता है. फाइजर ने कहा है कि 2024 तक कोरोना का आतंक बना रह सकता है.

फाइजर कंपनी की चेतावनीः वैक्सीन निर्माता कंपनी फाइजर ने कहा है कि, डेल्टा वेरिएंट के बाद दुनिया के सामने कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा मंडराने लगा है. ओमिक्रॉन को एक्सपर्ट ने डेल्टा से ज्यादा खतरनाक बताया है, क्योंकि, इसमें वायरस के मूल संस्करण की तुलना में 50 से अधिक म्यूटेशन हैं. फाइजर का कहना है कि ओमिक्रॉन ने कोविड टीके की खुराक की प्रभावशीलता को कम कर दिया है. अब दुनिया में इसके तेजी से फैलने का डर सता रहा है.

गौरतलब है कि कोरोना का नया वेरिएंट दुनिया के देशों में तेजी से फैल रहा है. भारत में भी नया वेरिएंट के मामले बढ़ रहे हैं. कर्नाटक में ओमिक्रॉन का पहला मामला आने के 15 दिन के अंदर 11 राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों में इसके करीब 111 मामले सामने आ चुके हैं. मुंबई में इसका सबसे ज्यादा प्रकोप देखने को मिल रहा है. सरकार ने ओमिक्रॉन के खिलाफ नई गाइडलाइन भी जारी की है. साथ ही लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दे रही है.

इधर, देश में बढ़ते संक्रमण के बीच, कोरोना रोधी टीके की बूस्टर डोज की भी बात हो रही है. इसको लेकर लंदन स्थित इंपीरियल कॉलेज के शोधकर्ताओं ने एक स्टडी पेश की है. जिसमें कहा गया है कि कोरोना रोधी टीके की तीसरी अतिरिक्त खुराक लोगों को वायरस के नए वेरिएंट के संक्रमण से करीब 85 फीसदी तक सुरक्षित रख सकती है. मीडिया खबरों की मानें तो, भारत सरकार भी कोरोना के बूस्टर डोज की योजना पर तेजी से काम कर रही है.

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Posted by: Pritish Sahay

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