Corona Sub-Variant JN.1 : साल 2020 की शुरुआत में भारत के आम लोग एक नए शब्द से रूबरू हुए, ‘कोरोना‘. यह केवल शब्द नहीं जानलेवा बीमारी निकली जिसने ना जाने कितनी जिंदगियां तबाह कर दी. हालांकि, भारत अब इस घातक बीमारी से लड़ने में सक्षम है लेकिन, हर कोई चाहता है ना वो पुराने दिन वापस आए और ना ही कोरोना. लेकिन, सावधान! कोरोना का नया सब वैरिएंट फिर लोगों की चिंता बढ़ा रहा है. यहां तक कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बयान जारी किया है और कोरोना के नए सब वैरिएंट जेएन.1 को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ की केटेगरी में रखा है. ऐसे में सर्द के मौसम में अगर आपको सर्दी हो खांसी हो तो वह कोरोना के लक्षण है यह मौसम का प्रभाव, इसी दुविधा से लड़ने के लिए WHO ने इसे अलग केटेगरी में रखा है.
हालांकि, कोरोना के नए सब वैरिएंट जेएन.1 को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ के तौर पर वर्गीकृत करने के अलावा डब्लूएचओ ने यह भी कहा कि इससे लोगों को ज्यादा खतरा नहीं है. डब्ल्यूएचओ ने कहा, “अभी तक मिले मामलों और स्थिति के मद्देनजर जेएन.1 स्वास्थ्य के लिए खतरनाक नहीं है. मौजूदा वैक्सीन इसमें कारगार है और इसके जोखिम से मरीजों को बचाती हैं. मिली जानकारी के अनुसार, डबल्यूएचओ की तरफ से इसकी कड़ी निगरानी रखी जा रही है और देखा जा रहा है कि यह कितना खतरनाक हो सकता है.
डबल्यूएचओ ने लोगों के लिए एडवाइजरी भी जारी की है जिसमें कहा गया है कि लोग भीड़-भाड़ वाले, बंद या खराब हवा वाले इलाकों में मास्क पहनें. साथ ही जहां तक संभव हो दूसरों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें. ऐसे में कहा जा सकता है कि कोरोना का यह नया वैरिएंट इतना भी हल्के में लेने वाली बात नहीं है. इसके लिए उचित सावधानी बरतनी होगी. हालांकि, भारत में इसके मामले अभी संयमित है लेकिन, भारत सरकार ने भी निगरानी रखनी शुरू कर दी है.
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वहीं, मामलों की बात करें तो केरल में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 115 नए मामले सामने आए जिससे राज्य में कोविड-19 के कुल उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,749 हो गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंकड़े जारी कर यह जानकारी दी. हालांकि, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को कहा कि संक्रमण के मामलों में वृद्धि को लेकर चिंता करने की कोई बात नहीं है. वहीं, भारत में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 288 नए मामले सामने आए और उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,970 हो गयी.