भारत के पड़ोसी देशों को मिल गयी मॉडर्ना-फाइजर वैक्सीन, भारत कर रहा है इंतजार
corona new vaccine भारत में भले ही इन वैक्सीन का इस्तेमाल ना हो रहा हो लेकिन भारत के पड़ोसी देश में जिसमें बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान में मॉडर्ना और फाइजर के टीकों की लाखों खुराक मिल चुकी है और इस वैक्सीन से वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज हुई है. वैक्सीन की डोज और मिलने की भी संभावना है.
देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज है. इस वक्त देश में तीन वैक्सीन जिसमें कोवैक्सीन, कोवीशील्ड और स्पूतनिक है. अब कई दूसरी वैक्सीन भी भारत में आ सकती है. भारत में मॉडर्न औऱ फाइजर की वैक्सीन का इस्तेमाल कब होगा इसे लेकर कई तरह के बयान जारी किये गये हैं हालांकि अबतक वैक्सीनेशन अभियान में इन टीकों को कब शामिल किया जाएगा इसे लेकर अबतक कोई बयान जारी नहीं किया गया है.
भारत में भले ही इन वैक्सीन का इस्तेमाल ना हो रहा हो लेकिन भारत के पड़ोसी देश में जिसमें बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान में मॉडर्ना और फाइजर के टीकों की लाखों खुराक मिल चुकी है और इस वैक्सीन से वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज हुई है. वैक्सीन की डोज और मिलने की भी संभावना है.
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29 जून को, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने मॉडर्ना को प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी है. इस वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद देश में यह चौथी वैक्सीन होगी जो वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने में सहयोग करेगी.
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सरकार ने उम्मीद जतायी है कि मॉडर्ना वैक्सीन जल्द भारत में होगी. भारत को विश्व स्वास्थ्य संगठन वैक्सीन ग्लोबल एक्सेस (COVAX) की तरफ से मॉडर्न वैक्सीन की 7.5 मिलियन (75 लाख) खुराक की पेशकश की गई है. अमेरिकी टीकों की खरीद का संबंध है, मॉडर्ना ने मई में कहा था कि यह अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर से ओवरलोड है और 2022 से पहले व्यावसायिक रूप से सप्लाई नहीं दे सकेगी.