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देश के 18 राज्यों में फैला कोरोना का नया वेरिएंट
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अब तक देश में न्यू वेरिएंट के 771 मामले सामने आये
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771 में 20 प्रतिशत मामले सबसे अधिक खतरनाक
देश में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है. इधर स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जो जानकारी दी गयी है, वो काफी डराने वाली है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश के 18 राज्यों में कोरोना के न्यू स्ट्रेन फैल चुके हैं. अब तक कुल न्यू वेरिएंट के 771 केस सामने आ चुके हैं. 10787 सेंपल की जांच की गयी थी जिसमें 771 में कोरोना के नये वेरिएंट पाये गये हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि वायरस डबल अटैक कर रहा है जिसकी वजह से कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. अब इम्युनिटी (Immunity) भी कोरोना से बचाव नहीं कर पा रही.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार 736 मामले ब्रिटेन (B.1.1.7), 34 मामले दक्षिण अफ्रीका (B.1.351) के और एक मामले ब्राजिल (P.1) में फैले कोरोना वेरिएंट के पाये गये हैं. दरअसल स्वास्थ्य मंत्रालय ने 10 नेशनल लैब्स का एक ग्रुप बनाया था. जो कोरोना वायरस के अलग-अलग वेरिएंट की जीनोम सिक्वेंसिंग कर रहा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ये सभी सैंपल उन लोगों के हैं, जो अंतरराष्ट्रीय यात्रा करके भारत आये हैं. जांच में यह भी पाया गया है कि दिसंबर 2020 की तुलना में अब कोरोना का वायरस ज्यादा म्यूटेट कर रहा है. जिससे वायरस का संक्रमण तेजी से फैला रहा है. बताया जा रहा है कि इन पर इम्युनिटी का असर भी कम हो रहा है.
Genome Sequencing by INSACOG shows variants of concern and a Novel variant in India.https://t.co/hs3yAErWJR pic.twitter.com/STHjcMnkMh
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) March 24, 2021
771 सैंपल में से 20 प्रतिशत को पाया गया बेहद चिंताजनक
771 न्यू वेरिएंट में 20 प्रतिशत में वायरस के ऐसे म्यूटेशन पाये गये हैं. जिसे काफी चिंताजनक माना गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि केरल के सभी 14 जिलों से 2032 सैंपल की सीक्वेसिंग की गई है. इनमें 11 जिलों के 123 सैंपल ऐसे मिले हैं, जिन पर व्यक्ति की इम्युनिटी का असर नहीं होता. आंध्र प्रदेश के कुल सैंपल में से 33 प्रतिशत सैंपल ऐसे ही हैं. तेलंगाना में 104 में से 53 सैंपल में ऐसा वायरस पाया गया है. देश के 16 राज्यों में ऐसा ही वेरिएंट पाया गया है. हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में कोरोना के मामलों में तेजी आने की ये वजह है या नहीं, इसे समझने के लिए और स्टडी की जरूरत है. जो की जा रही है.
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में पाए गए सार्स-सीओवी-2 वायरस के नए स्वरूपों (वेरिएंट) से भारत में संक्रमित लोगों की कुल संख्या लगातार बढ़ रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि 18 मार्च को सार्स-सीओवी-2 के नए स्वरूपों से संक्रमण के 400 मामले दर्ज किए गए और देश में इस प्रकार के संक्रमण के कुल 795 मामले सामने आ चुके हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, जिन तीन देशों-ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील- में सार्स-सीओवी-2 वायरस के नए स्वरूपों का पता चला है, उनमें से दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील में पाए गए स्वरूपों में पहले संक्रमित हो चुके व्यक्ति को दोबारा संक्रमित करने की क्षमता है. ब्रिटेन में पाए गए वायरस के नए स्वरूप का भारत में पहला मामला 29 दिसंबर को सामने आया था.
Posted By – Arbind kumar mishra