Coronavirus in China: संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 की वजह से पिछले साल 7.7 करोड़ लोग गरीबी के गर्त में चले गये हैं और कई विकासशील देश कर्ज पर दिये जाने वाले भारी ब्याज के कारण महामारी के दुष्प्रभावों से उबर नहीं पा रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, 2019 में 81.2 करोड़ लोग अत्यधिक गरीबी में रह रहे थे और रोजाना 1.90 डॉलर या उससे भी कम राशि कमा रहे थे. वहीं, 2021 तक ऐसे लोगों की संख्या बढ़ कर 88.9 करोड़ हो गयी. यूएन की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और कोविड-19 महामारी स्थिति को और बदतर बना रही है.
चीन में कोरोना का तांडव: पूरी दुनिया कोरोना महामारी से त्रस्त हैं. चीन में दिन ब दिन हालात बद से बदत्तर होते जा रहे हैं. कोविड की तीसरी लहर कंट्रोल से बाहर होती जा रही है. प्रशासन ने बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए कई प्रदेशों में सख्ता प्रतिबंध लगाए है. कई प्रदेशों को पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया इससे बाद भी चीन में हर दिन कोरोना के रिकार्ड मामले सामने आ रहे हैं.
बीते दिन चीन में कोरोना के 26 हजार से ज्यादा मामले सामने आये है. सबसे ज्यादा बुरा हाल चीन की आर्थिक राजधानी शंघाई की है. लोगों को सख्त कोरोना पाबंदी से गुजरना पड़ रहा है. हर दिन कोरोना के बढ़े हुआ मामले सामने आ रहे हैं. राज्य में पूरी तरह लॉकडाउन जारी है. लोगों को खाने पीने के समानों की घोर किल्लत क सामना करना पड़ रहा है.