नयी दिल्ली : कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. महामारी के कारण कई राज्यों में मरीजों की संख्या दोगुनी हो गयी है, जो सरकार के लिए चिंता का कारण बन गया है. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए केन्द्र सरकार नई रणनीति बनाने में जुट गयी है. वहीं कई राज्यों ने संक्रमित इलाके वाले जिले को ही सील कर दिया है.
राजधानी दिल्ली में केवल दो दिनों में ही संक्रमण की दर दोगुनी हो गयी है. 2 अप्रैल को दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 223 थी, जो 4 अप्रैल को बढ़कर 447 हो गया था. वहीं आज यह आंकड़ा 669 हो गया है. दिल्ली में निजामुद्दीन और शाहदरा इलाका अब भी कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बना हुआ है. दिल्ली सरकार ने 9 जगहों को सील किया है.
महाराष्ट्र, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना में तीन दिन में मरीजों की संख्या दोगुनी हुई है. 4 अप्रैल को महाराष्ट्र में मरीजों की संख्या 498 थी जो 7 अप्रैल को बढ़कर 1018 हो गयी. आज यह संख्य 1115 हो गयी है.
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बात तेलंगाना की करें तो राज्य में 3 अप्रैल को संक्रमितों की संख्या 161 थी जो 6 अप्रैल को 322 हो गयी. जो कि आज 453 पर पहुंच गयी है. उत्तर प्रदेश में भी 2 अप्रैल को 114 मरीज थे जो 5 अप्रैल को बढ़कर 231 हो गये और आज यह संख्या 343 पर पहुंच चुकी है.
मध्य प्रदेश की बात करें तो 7 अप्रैल को राज्य में कोरोना के 229 केस थे, जो आज बढ़कर 385 हो गया है.
तबलीगी जमात ने बढ़ाया आंकड़ा- राज्यों में मरीजों की संख्या दोगुनी करने में तबलीगी उसे जुड़े लोगों का कारण बताया जा रहा है. अब तक जमात से जुड़े 408 से अधिक लोग अलग-अलग जगहों पर संक्रमित पाये गये हैं. वहीं दिल्ली पुलिस जमात के मुखिया मौलाना साद को पकड़ने के लिए जगह-जगह पर छापेमारी कर रही है.
लॉकडाउन बढ़ाने की सिफारिश– राज्यों ने संख्या बढ़ता देख केन्द्र सरकार से लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की सिफारिश की है. कई राज्यों ने कैबिनेट से प्रस्ताव पास कराकर केंद्र को भेजा है तो, कई ने पीएम को फोन कर लॉकडाउन बढ़ाने के लिए कहा है.