नयी दिल्ली : देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, ऐसे में स्वास्थ्य के मुद्दों पर काम कर रही 15वें वित्त आयोग की टीम ने यह पाया है कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण का ‘पीक’ अलग-अलग समय पर आ रहा है. यही कारण है कि महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और राजस्थान जैसे राज्यों में कोरोना के एक्टिव मामले बहुत ज्यादा हैं जबकि अन्य राज्यों में ऐसा नहीं देखा जा रहा है.
एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया का इसी संदर्भ में कहना है कि स्वास्थ्य सुविधाएं और तकनीक को उस ओर स्थानांतरित किया जा सकता है, जहां कोरोना के मामले अधिक हैं और लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे इलाकों में वेंटिलेटर और अन्य उपकरणों की उपलब्धता बढ़ाने की जरूरत है. साथ ही बेड और अन्य सुविधाओं की उपलब्धता भी यहां जरूरी है. आईसीएमआर के डायरेक्टर बलराम भार्गव ने कहा है कि देश में कोरोना का ग्राफ अबतक सपाट नहीं हुआ है, इसलिए खतरा बना हुआ है. हमें मृत्युदर को पांच प्रतिशत से नीचे रखना होगा क्योंकि अगर देश में मृत्युदर बढ़ने लगा तो यह सरकार के लिए बड़ी परेशानी हो जायेगी.
पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड मामले सामने आये हैं, जिसमें संक्रमण के एक दिन में रिकॉर्ड 9,987 मामले सामने आये, वहीं देश में संक्रमितों की संख्या 2,66,598 हो गयी है. वहीं एक दिन में 266 लोगों की मौत हुई है, जिससे मृतकों का आंकड़ा 7,466 तक पहुंच गया है. जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के आंकड़ों के अनुसार अमेरिका, ब्राजील, रूस और ब्रिटेन के बाद कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला भारत पांचवां देश बन गया है. वहीं कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि चार प्रतिशत की दर से हो रही है, जबकि अमेरिका और इटली जैसे देशों में यह दो प्रतिशत था.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में फिलहाल 1,29,917 मरीजों का उपचार चल रहा है और 1,29,214 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. मंत्रालय ने बताया, ‘‘अब तक 48.47 फीसदी लोग स्वस्थ हो चुके हैं.” मंगलवार सुबह तक हुई 266 मौतों में से सबसे ज्यादा 109 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है. इसके बाद दिल्ली में 62, गुजरात में 31, तमिलनाडु में 17, हरियाणा में 11, पश्चिम बंगाल में नौ, उत्तर प्रदेश में आठ, राजस्थान में छह, जम्मू-कश्मीर में चार, कर्नाटक में तीन, मध्य प्रदेश और पंजाब में दो-दो और बिहार तथा केरल में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है.
देश में अब तक कुल 7,466 मौतों में से महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 3,169 लोगों की मौत हुई. इसके बाद गुजरात में 1,280, दिल्ली में 874, मध्य प्रदेश में 414, पश्चिम बंगाल में 405, तमिलनाडु में 286, उत्तर प्रदेश में 283, राजस्थान में 246 और तेलंगाना में 137 लोगों की मौतें हुईं। आंध्र प्रदेश में कोविड-19 से 75, कर्नाटक में 64 और पंजाब में 53 लोगों की मौत हुई. जम्मू-कश्मीर में 45, हरियाणा में 39, बिहार में 31, केरल में 16, उत्तराखंड में 13, ओडिशा में नौ, झारखंड में आठ लोगों की मौत हुई.
Posted By : Rajneesh Anand