केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने मंगलवार को कोविड- 19 (Covid-19) के बढ़ते मामले को लेकर चिंता जाहिर की है. उन्होंने सभी राज्यों और संघ राज्यों को पत्र लिखा है. पत्र में कोविड-19 संक्रमण को कम करने के लिए, आगामी त्योहारों के मद्देनजर कोविड के उचित व्यवहार का परीक्षण, ट्रैकिंग, उपचार, टीकाकरण और पालन पर पांच गुणा ध्यान देने की बात कही है. दरअसल आगामी त्योहारों को लेकर राज्यों में सामूहिक समारोह होने की संभावना है.
To minimise Covid-19 infection, there's need to focus on five-fold strategy of testing, tracking, treating, vaccinating & adhering to Covid appropriate behaviour in view of upcoming festive season when states are likely to witness mass gatherings: Union Health Secretary to States pic.twitter.com/co7V9wSU8A
— ANI (@ANI) June 28, 2022
पत्र के अनुसार, सभी सभी राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों में, जहां सामूहिक समारोहों का आयोजन किया जाना है, को प्रचारित किया जाना चाहिए कि कार्यक्रमों में भाग लेने से पूर्व कोविड-19 के खिलाफ टीका लगाया है. वहीं कार्यक्रम से पूर्व प्राथमिक टीकाकरण के लिए एक विशेष अभियान चलाकर पात्र लोगों का टीकाकरण किया जाए. इसके अलावा कई स्थानों पर पर्याप्त प्रचार और परीक्षण की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया है.
देशभर में कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. एक दिन में कोविड-19 के 11,793 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 4,34,18,839 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 96,700 पर पहुंच गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, भारत में संक्रमण से 27 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,25,047 हो गई.
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मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 27 मामले सामने आए, जिनमें से केरल में 13, महाराष्ट्र में पांच, दिल्ली तथा पंजाब में तीन-तीन और मध्य प्रदेश, मिजोरम तथा उत्तराखंड में एक-एक मामला सामने आया. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य गंभीर बीमारियां भी थीं. मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है.