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दिल्ली में बढ़ रहा कोरोना, अस्पताल में 99% बेड खाली, ओमिक्रॉन के घातक वैरिएंट का जल्द पता चलेगा

यदि माता-पिता ने वैक्सीन नहीं लगवाया है, तो छोटे बच्चों के कोरोना से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है. एलएनजेपी हॉस्पिटल के डॉ सुरेश कुमार ने कहा है कि चूंकि बच्चों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ है, इसलिए उन पर खतरा ज्यादा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2022 3:45 PM
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नयी दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में कोरोनावायरस (Coronavirus) के संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. लेकिन अस्पताल में लोगों को भर्ती कराने की नौबत नहीं आ रही है. अभी भी 99 फीसदी कोविड (Covid19) बेड खाली पड़े हैं. लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में अभी 7 मरीज भर्ती हैं. एक चार महीने का बच्चा है, जिसे ऑक्सीजन सपोर्ट (Oxygen Support) पर रखा गया है. ये बातें एलएनजेपी अस्पताल (LNJP Hospital) के एमडी डॉ सुरेश कुमार ने गुरुवार को कहीं.

छोटे बच्चों के कोरोना से संक्रमित होने का खतरा

डॉ सुरेश कुमार (Dr Suresh Kumar) ने कहा कि यदि माता-पिता ने वैक्सीन नहीं लगवाया है, तो छोटे बच्चों के कोरोना से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है. एलएनजेपी हॉस्पिटल के डॉ सुरेश कुमार ने कहा है कि चूंकि बच्चों का वैक्सीनेशन (Vaccination of Children) नहीं हुआ है, इसलिए उन पर खतरा ज्यादा है. खासकर 12 साल से कम उम्र के बच्चों में कोरोना का संक्रमण होने की आशंका ज्यादा है.

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डॉ कुमार ने कहा है कि स्कूल करीब दो साल तक बंद रहे. इसलिए अब स्कूलों को बंद करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर व्यक्ति पहले से बीमार है और उसे कोरोना का संक्रमण होता है, तो उसे अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत है.


ओमिक्रॉन के होंगे 8 वैरिएंट्स

दूसरी तरफ, इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बाइलियरी साइंसेज (ILBS) के निदेशक डॉ एसके सरीन (Dr S K Sarin on Delhi Covid Surge) ने कहा है कि संभव है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के कई नये वैरिएंट तैयार हो रहे होंगे. आईएलबीएस में बहुत से सैंपल की सीक्वेंसिंग की गयी. मुझे लगता है कि ओमिक्रॉन के करीब 8 वैरिएंट्स होंगे. इनमें से कौन सा वैरिएंट ज्यादा खतरनाक है, इसके बारे में हमें बहुत जल्द मालूम हो जायेगा. दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच डॉ सरीन ने ये बातें कहीं हैं.

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