कोरोना की तीसरी लहर के मामले सामने आने लगे हैं. राजस्थान में बच्चों के संक्रमित होने होने के बाद महाराष्ट्र के अहमदनगर में मई के महीने में ही 8,000 से ज्यादा बच्चे संक्रमण का शिकार हो गये. अधिकारियों का भी मानना है कि बच्चों में संक्रमण के बढ़ रहे मामले कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के संकेत हो सकते हैं.
महाराष्ट्र और राजस्थान के साथ- साथ कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के मद्देनजर तैयारियां की जा रही है. बच्चे कोरोना संक्रमण से लड़ सकें इसके लिए विशेष कोरोना वार्ड बनाया जा रहा है जहां हर तरह की जरूरी मेडिकल सुविधाएं रखी जायेगी.
Also Read:
Covid-19 origin: चीन के लैब में ही तैयार हुआ कोरोना वायरस, नयी शोध में हुआ खुलासा
महाराष्ट्र में संक्रमण के मामले सामने आने के बाद कोरोना संक्रमण से निपनटे के लिए तीसरी लहर की तैयारियों को और तेज कर दिया है. महाराष्ट्र सरकार ने पहले ही सचेत किया है कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से भी बचने की जरूरत है.
महाराष्ट्र के अहमदनगर में आये बच्चों में कोरोना संक्रमण के मामले जिल में आये मामले के 10 प्रतिशत के बराबर हैं. इस संबंध में जिलाधिकारी राजेंद्र भोसले ने भी चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा, हम तैयार है और बच्चों के डॉक्टरों के साथ संपर्क में है.
सरकार कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने तैयारियां तेज कर दी है. दूसरी तरफ सरकार का अनुमान है कि राज्य में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर जुलाई के अंत में या अगस्त के पहले हफ्ते में आ सकती है.
राज्य सरकार कोताही नहीं बरतना चाहती. सरकार बच्चों के मिजाज को ध्यान में रखकर उनके लिए कोविड अस्पताल बना रही है. सरकार की कोशिश है कि अगर बच्चे अस्पताल में आते हैं तो उन्हें मानसिक तौर पर मजबूती मिले वो खुद को बीमार ना समझें. अस्पताल इस तरह तैयार किया जा रहा है कि बच्चों को लगेगा कि वो स्कूल में हैं