कोरोना वायरस के नये वैरिएंट से देश में कोविड की तीसरी लहर की आशंका कम है, लेकिन ओमिक्रोन से ब्रेकथ्रू इंफेक्शन के फैलने की संभावना है. उक्त बातें दिल्ली के वॉयरोलॉजिस्ट डॉ टी जैकब जॉन ने कही.
गौरतलब है कि ओमिक्रोन को लेकर पूरे विश्व के साथ-साथ भारत में भी दहशत है और आशंका जतायी जा रही है कि संभवत: ओमिक्रोन वैरिएंट तीसरी लहर की वजह बन सकता है. हालांकि अभी तक इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं है कि यह वायरस कितना खतरनाक है.
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ओमिक्रोन से नहीं आयेगी देश में तीसरी लहर
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वैक्सीनेशन जरूरी, बूस्टर डोज की भी जरूरत
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80 प्रतिशत आबादी हो चुकी है कोरोना संक्रमित
डॉ टी जैकब जॉन ने कहा कि हमें इस वैरिएंट को लेकर खराब स्थिति के लिए भी तैयार हो जाना चाहिए. अबतक देश में महज 30 प्रतिशत आबादी ही पूरी तरह वैक्सीनेटेड है, तो इंफेक्शन का खतरा तो है.
डब्ल्यूएचओ ने 26 नवंबर को नये वैरिएंट B.1.1.529 की जानकारी दी थी और इसे चिंतिंत करने वाला वैरिएंट बताया था. इस वैरिएंट का सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पता चला था. ओमिक्रोन के बारे में पीटीआई से बात करते हुए डॉ जैकब जॉन ने कहा कि हमें खराब दौर के लिए तैयार रहना चाहिए.
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डॉ जॉन ने कहा कि महामारी के पहले चरण में भारत की 30 फीसदी आबादी संक्रमित हुई थी जबकि दूसरे चरण में जो 12 हफ्ते तक चला और करीब 75 से 80 फीसदी आबादी संक्रमित हुई. यही वजह है इतनी बड़ी आबादी के पास कोरोना के खिलाफ एंटी बॉडीज है, ऐसे में अगर ओमिक्रोन फैलता भी है, तो वह उतना घातक नहीं होगा जितना हम डर रहे हैं.
ओमिक्रोन देश में तीसरी लहर की वजह नहीं बनेगा, लेकिन जरूरी यह है कि इस वैरिएंट को देश में आने से रोका जाये और देश के लोगों की रोग प्रतिरक्षा को बढ़ाया जाये. जिन लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है उनको वैक्सीन की दोनों डोज दी जाये. साथ ही जिनका वैक्सीनेशन हो चुका है उन्हें बूस्टर दी जाये.