नयी दिल्ली : महाराष्ट्र की तरह ही उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में कोरोनावायरस संक्रमण (Coronavirus) के एक्टिव मामले एक लाख के आंकड़े को पार कर गये हैं. केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला (Ajay Kumar Bhalla) और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) के राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक हाई लेवल मीटिंग की. केंद्र ने अधिकारियों से कोविड-19 के मद्देनजर उठाये गये कदमों की जानकारी ली और कई आवश्यक निर्देश दिये.
केंद्र ने बताया कि महाराष्ट्र के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ ऐसे राज्य बन गये हैं जहां कोरोना के एक्टिव मामले एक लाख पार हो गये हैं. कहा गया कि हर दिन छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के नये मामलों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. वहीं, एक दिन में होने वाली मौतें भी काफी बढ़ी हैं. देश में केवल ये तीन ही राज्य है जहां एक्टिव मामले एक लाख के पार जा चुके हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उत्तर प्रदेश में दैनिक नये मामलों को 19.25 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी है. उत्तर प्रदेश के 46 जिलों में नये मामलों की संख्या पिछले रिकॉर्ड स्तर को पार कर चुकी है. प्रदेश के लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और प्रयागराज ऐसे जिले हैं जहां सबसे ज्यादा केस देखने को मिल रहे हैं. केंद्र ने राज्य सरकारों से संक्रमण को कम करने के लिए और ठोस कदम उठाने को कहा है.
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बता दें कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने हर रविवार को प्रदेश में लॉकडाउन की घोषणा की है. मुख्यमंत्री ने मास्क नहीं पहनने वाले लोगों से एक हजार रुपये जुर्माना वसूलने का निर्देश दिया है. वहीं, दूसरी बार पकड़े जाने पर 10 गुना ज्यादा जुर्माना वसूलने का निर्देश भी दिया है. रविवार को आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी चीजें बंद रहेंगी.
योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 प्रबंधन के लिए विधायक निधि की राशि के उपयोग की बात कही है. उन्होंने कहा कि पिछली बार विधायक निधि का पैसा वायरस के संक्रमण की रोकथाम में काफी उपयोगी साबित हुआ था. इस बार भी अगर विधायक अनुशंसा करें तो उस राशि का इस्तेमाल किया जा सकता है.
Posted By: Amlesh Nandan.