Corona Vaccination: केंद्र सरकार ने कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी और बूस्टर डोज के बीच के अंतराल को कम करने का फैसला लिया है. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सरकार ने विदेश यात्रा करने वाले व्यक्तियों के लिए कोविड वैक्सीन की दूसरी और बूस्टर डोज के बीच के गैप को कम किया है. इसके तहत अब विदेश यात्रा करने वाले यात्री दूसरी खुराक लेने के 90 दिनों बाद बूस्टर डोज ले सकेंगे.
बता दें कि बीते कुछ दिनों से इस बात की चर्चा जोर पकड़ रही थी कि सरकार कोरोना वैक्सीन की दूसरी और बूस्टर डोज के बीच के अंतराल को कम कर सकती है. जिसे अब कम किया गया है. हालांकि, अभी ये विदेश यात्रा करने वालों के लिए ही है. इन सबके बीच, कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज और बूस्टर डोज के बीच का अंतर भी 9 महीने से घटा कर 6 महीने करने की संभावना है.
वहीं, बायोलॉजिकल ई ने भारत के औषधि नियामक को एक आवेदन देकर अनुरोध किया है कि कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दोनों डोज ले चुके वयस्कों को बूस्टर खुराक के रूप में कॉर्बेवैक्स देने के लिए इमरजेंसी यूज की मंजूरी दी जाए. सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. डीसीजीआई ने पहले ही देश में विकसित आरबीडी प्रोटीन उपइकाई टीके, कॉर्बेवैक्स को पांच वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए आपातकालीन स्थितियों में सीमित उपयोग की मंजूरी दे दी थी. फिलहाल देश में 12 से 14 आयुवर्ग के बच्चों के टीकाकरण के लिये इसका इस्तेमाल किया जा रहा है.
कंपनी ने कहा कि अब हम 18 वर्ष और उससे अधिक की आयु के व्यक्तियों में कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दो खुराक के साथ प्राथमिक टीकाकरण पूरा होने के 6 महीने बाद बूस्टर खुराक के रूप में आपातकालीन स्थिति में उपयोग के लिए कॉर्बेवैक्स की अनुमति के लिए विपणन प्राधिकरण आवेदन जमा कर रहे हैं. अभी तक बूस्टर डोज उसी कोविड-19 टीके की दी जाती है जिसका इस्तेमाल पहली और दूसरी खुराक के तौर पर किया जाता है