ऑक्सफोर्ड के टीके पर उठ रहे सवाल- भारत सरकार ने कहा, चिंता की बात नहीं
कुछ यूरोपीय देशों में एस्ट्राजेनेका के टीके पर रोक के बारे में पूछे जाने पर नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ.वीके पॉल ने यहां साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ऐसा केवल एहतियातन किया गया है.
ऑक्सफोर्ड -एस्ट्राजेनेका के कोविड-19 टीके के संभावित दुष्परिणाम और कुछ यूरोपीय देशों में इसके इस्तेमाल पर रोक के बीच भारत सरकार ने बुधवार को कहा कि अभी देश में इस टीके के इस्तेमाल को लेकर चिंतित करने वाले संकेत नहीं मिले हैं .
कुछ यूरोपीय देशों में एस्ट्राजेनेका के टीके पर रोक के बारे में पूछे जाने पर नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ.वीके पॉल ने यहां साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ऐसा केवल एहतियातन किया गया है.
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उन्होंने कहा कि एस्ट्राजेनेका टीके लेने वालों में खून के थक्के जमने के मामले प्रकाश में आए और जिससे चिंतित करीब 10 यूरोपीय देशों ने एस्ट्राजेनेका के टीके को अपने यहां देने पर अस्थायी रोक लगा दी. डॉ.पॉल ने कहा, ‘‘यूरोपीय चिकित्सा एजेंसी ने कहा कि यह एहतियाती कदम है और अभी ऐसा कोई भरोसेमंद आंकड़ा नहीं है जो टीके और इसके दुष्प्रभाव के बीच संबंध को स्थापित कर सके. इसका आकलन किया जाना बाकी है.”
उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि एहतियातन जांच होनी चाहिए लेकिन विशेषतौर पर यह भी कहा है कि टीकाकरण अभियान स्थगित नहीं करें. डॉ.पॉल ने कहा, ‘‘ भारत की अपनी समिति जो टीकाकरण के बाद दुष्प्रभाव के मामले को देखती है.
पिछले कुछ दिनों से हमें उपलब्ध हो रही सूचनाओं पर व्यवस्थागत तरीके से नजर रखा रही है और मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि हमें इस संबंध में चिंता करने वाले संकेत नहीं मिले हैं. इसलिए, स्पष्ट है कि पूरी क्षमता से कोविशील्ड के साथ टीकाकरण अभियान चलता रहेगा.” उन्होंने कहा, ‘‘ हम सामने वाली स्थितियों के आधार पर इस चिंता से निपटने को तैयार हैं. हालांकि, आज की स्थिति में कोविशील्ड को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है.”